मुंबई। तेलंगाना सरकार के रमजान के महीने में मुस्लिम कर्मचारियों को एक घंटा पहले काम से छुट्टी देने के फैसले पर समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने तेलंगाना की तरह महाराष्ट्र सरकार से भी मुस्लिम कर्मचारियों को एक घंटा पहले छुट्टी देने की मांग की है। अबू आजमी ने कहा, “तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि मुस्लिम कर्मचारियों को एक घंटा पहले रमजान में छुट्टी दी जाएगी। इसलिए, मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणडवीस से निवेदन करना चाहता हूं कि वह आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू की तरह मुस्लिम कर्मचारियों का ख्याल रखते हुए एक घंटा पहले छुट्टी देने की घोषणा करें। साथ ही सदन भी शुरू होने वाला है और उसकी कार्यवाही को एक-दो घंटे पहले ही खत्म किया जाए, जिससे मुस्लिम समाज आपका आभारी होगा।
“उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र के मुस्लिम बहुल इलाकों में लोड शेडिंग न की जाए। साथ ही बिजली और पीने का पानी भी मुहैया कराया जाए। इसके अलावा सफाई की व्यवस्था पर भी जोर दिया जाए और फेरीवालों पर कोई कार्रवाई न की जाए। रमजान में ज्यादा समय तक मार्केट खुले रखने के आदेश दिए जाएं, जिससे गरीब समाज के लोग कमाई कर सकें।” तेलंगाना की मुख्य सचिव शांति कुमारी ने एक आदेश जारी किया है। आदेश के मुताबिक, तेलंगाना में मुस्लिम कर्मचारियों को रमजान के महीने के दौरान एक घंटे पहले निकलने की छूट होगी। यह छूट 2 मार्च से 31 मार्च 2025 तक लागू रहेगी। सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ यह आदेश कॉन्ट्रैक्ट, आउटसोर्सिंग, बोर्ड और पब्लिक सेक्टर के मुस्लिम कर्मचारियों पर भी लागू होगा। बता दें कि काम के घंटों में छूट 2 मार्च से शुरू होगी और 31 मार्च तक चलेगी। एक महीने तक चलने वाले रमजान के दौरान, मुसलमान सुबह से शाम तक उपवास रखते हैं। धार्मिक प्रथा के तहत, वे दिन के समय खाने या पानी पीने से परहेज करते हैं। दिन के अंत में वे ‘इफ्तार’ कर उपवास तोड़ते हैं