मेरठ। जब एक मंत्री ही मर्यादा की लक्ष्मण रेखा लांघ जाए, तो फिर आम लोग किससे उम्मीद रखें? इस सवाल को लेकर आज मेरठ की सड़कों पर कांग्रेसजन उतर आए।
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मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह द्वारा देश की बेटी को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी ने राजनीति जगत में भूचाल आ गया है। उसका असर मेरठ में साफ़ दिखाई दिया। गुरुवार दोपहर, जिला अधिकारी कार्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ता बैनर-पोस्टर के साथ इकट्ठा हुए। नारों की गूंज थी। “बेटी का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान!”यह प्रदर्शन उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर आयोजित हुआ था, लेकिन स्थानीय स्तर पर इसे मिली भागीदारी ने इसे ज़मीनी गुस्से की तस्वीर बना दिया। प्रदर्शन की अगुआई कर रहे महानगर अध्यक्ष रंजन शर्मा और पूर्व जिला अध्यक्ष अवनीश काजला ने कहा, “विजय शाह का बयान सिर्फ महिलाओं का नहीं, बल्कि भारतीय सेना के आत्मबल का भी अपमान है।
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यह दर्शाता है कि सत्ता के नशे में बीजेपी नेता न संवैधानिक पद की गरिमा समझते हैं, न भाषा की मर्यादा।” उन्होंने आगे जोड़ा “यह वही सोच है जो महिला सशक्तिकरण की बात तो मंच से करती है, लेकिन ज़मीन पर जब मौका आता है तो शर्मनाक बयान देने से भी नहीं चूकती।” राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें विजय शाह को मंत्री पद से बर्खास्त करने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की माँग की गई है। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि यदि ऐसे बयानों पर सख्ती से लगाम नहीं लगाई गई, तो यह एक खतरनाक परंपरा का रास्ता खोल सकता है।