हमीरपुर । हमीरपुर जिले में पुलिस ने छापेमारी कर सपा नेता को पुत्र और भाई समेत आज गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इस कार्रवाई से सपा कार्यकर्ताओं में हड़कंप मच गया है। इन तीनों पर लाखों रुपये की जमीन हड़पने समेत तमाम गंभीर आरोप पर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। आरोपियों में एक पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि भी है।
हमीरपुर जिले के मौदहा कस्बे के मली कुआं मुहाल निवासी केशव बाबू शिवहरे, उनके पुत्र दीपक शिवहरे और भाई विष्णु शिवहरे के खिलाफ सिसोलर थाने के भुलसी गांव निवासी नीरज सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई थी। इन तीनों पर आरोप लगाए गए थे कि लाखों रुपये की जमीन बैनामा कराने के बाद एक भी धेला नहीं दिया। इतना ही नहीं छह बीघा जमीन भी जबरदस्ती अपने नाम करवा कर उसके साथ मारपीट की गई। पुलिस ने इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कर जांच पड़ताल की। गुरुवार को मौदहा कोतवाली पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों में कर दिया है।
कोतवाल सुरेश कुमार सैनी ने बताया कि नीरज ने जमीन का पैसा मांगा था लेकिन आरोपियों ने नहीं दिया। घर में बीमार पिता के इलाज के लिए पैसा मांगने पर भी एक भी फूटी कौड़ी नहीं दी गई जिससे नीरज के पिता की मौत हो गई। बताया कि आरोपियों ने नीरज को रास्ते में पड़कर पीटा और छह बीघा जमीन अपने नाम पर उससे जबरदस्ती अंगूठा लगवा लिया। कोतवाल ने बताया कि ये तीनों आरोपी हिस्ट्रीशीटर है जिनके खिलाफ तमाम आपराधिक मामले दर्ज है। आज तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
सपा नेता समेत तीनों के खिलाफ दर्ज है दर्जनों मामले
कोतवाल सुरेश कुमार सैनी ने बताया कि केशव बाबू शिवहरे के खिलाफ एनडीपीएस व गैंगेस्टर एक्ट समेत तेरह मामले दर्ज है जबकि उसके पुत्र दीपक शिवहरे के खिलाफ गैंगेस्टर, गुंडा एक्ट व एनडीपीएस समेत 10 आपराधिक मामले दर्ज है। इसके अलावा केशव बाबू शिवहरे के भाई व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि विष्णु शिवहरे के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट समेत छह मामले दर्ज है। बताया कि ये तीनों आरोपी हिस्ट्रीशीटर भी है।
चुनाव में केशव बाबू ने भाजपा को दिया था झटका
केशव बाबू शिवहरे के नाम सिसोलर व मौदहा क्षेत्र में महाविद्यालय संचालित है। ये वर्ष 2014 में विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस के टिकट से आए थे। उन्होंने भाजपा को तगड़ा झटका दिया था। ये 42200 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे। उपचुनाव में सपा को सीट मिली थी। बता दे कि इनके सगे भाई विष्णु शिवहरे की पत्नी हमीरपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष रही है। जो अविश्वास प्रस्ताव के बाद कुर्सी से बाहर हो गई थी।