लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) ने विजय दशमी के मौके पर संकल्प लिया कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में लोकतंत्र तथा संविधान को बचाने तथा पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों को हक और सम्मान दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी।
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी एवं प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मंगलवार को जारी संयुक्त बयान में कहा कि आज देश की सत्ता में बैठे लोग संविधान और लोकतंत्र को नष्ट करने की मानसिकता से कार्य कर रहे है। सत्ता का दुरूपयोग कर जनता के मौलिक अधिकारों को छीना जा रहा है। राष्ट्रीय सम्पत्तियों को बेचा जा रहा है। शिक्षा-स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर न प्रदान कर जनता को लाचार और कमजोर बनाया जा रहा है। सरकार जनहित में काम करती है लेकिन देश की वर्तमान भाजपा सरकार जनविरोधी कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कुठाराघात हो रहा है। संवैधानिक अधिकार छीने जा रहा है। संस्थानों की स्वतंत्रता छीनी जा रही है। भेदभाव पूर्ण नीति से विपक्षी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। समाज को नफरत फैलाकर बांटने की साजिशें करने वाले देश को अपना चारागाह बनाने की साजिशें कर रहे है।
सपा नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद सेमहंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार बेलगाम है। सत्ता संरक्षितों की दबंगई एवं गुंडई से जनसामान्य का जीना मुश्किल है। किसान, नौजवान, छात्र सभी परेशान है। किसान देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है लेकिन किसान को फसल का एमएसपी नहीं मिला। भाजपा सरकार किसान, नौजवान विरोधी है। उसकी नीतियां पूंजीपरस्त है।
चौधरी एवं श्री पटेल ने कहा कि अखिलेश यादव के दूरदर्शी नेतृत्व में पीडीए ही देश को तानाशाही और अघोषित आपातकाल से बचा सकता है। भाजपा प्रचार के मामले में हिटलर के मंत्री के रास्ते पर चल रही है। भाजपा की इन साजिशों का मुकाबला समाजवादी ही कर सकेंगे।