मुज़फ़्फ़रनगर। जिला चिकित्सालय (पुरुष), मुज़फ़्फ़रनगर में मंगलवार को दुनिया की पहली नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती के अवसर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य चिकित्सक अधीक्षक डॉ. संजय वर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. योगेंद्र तिरखा, ईएमओ-310 नवनीत बसल, डा. आरती तथा नर्सिंग संवर्ग की प्रातिनिधिक उपस्थिति रही। नर्सिंग संघ की जिला अध्यक्ष सरिता देवी मैट्रन नीलम, एवं नर्सिंग स्टाफ—तुलसी, नीशू, उपासना, सुनैना, शालू, स्वीटरी, शिक्षा अनुराधा, ममता, रोमिलाल, सिमरन—ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई।
फार्मासिस्ट बी. मनोज त्यागी, अनिल कुमार, मौज हारून निसार व कंचन बाला, तथा कार्यालय सहायक रजत, वरुण, अजय, श्यामपाल और आरि ने कार्यक्रम के सञ्चालन में योगदान दिया।
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इस अवसर पर नर्सिंग प्रमुख सरिता देवी ने फ्लोरेंस नाइटिंगेल के योगदान और आधुनिक नर्सिंग शिक्षा में उनके अमूल्य योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका समर्पण और मानवता के प्रति सेवा भाव आज भी हमारे लिए प्रेरणा है। वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. तिरखा ने नर्सों की भूमिका को अभिन्न बताते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवा का प्रभावी कार्यान्वयन नर्सिंग स्टाफ की दृढ़ता और उच्चतम मानकों के पालन पर निर्भर करता है।
कार्यक्रम में केक कटा कर जयंती का पर्व धूमधाम से मनाया गया और रोगियों की सेवा में समर्पित नर्सिंग एवं मेडिकल टीम को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए गए। अंत में सभी ने मिलकर शपथ ली कि वे फ्लोरेंस नाइटिंगेल के आदर्शों का अनुसरण कर अपनी नर्सिंग सेवा को और ऊँचा उठाएंगे।
इस आयोजन ने जिला चिकित्सालय में सामूहिक सेवा भावना को और मजबूती दी, तथा नर्सिंग समुदाय और चिकित्सा अधिकारियों के बीच सहयोग व सम्मान की भावना को भी प्रोत्साहित किया।