लखनऊ। उत्तर प्रदेश के घोसी विधानसभा के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं ने जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है। लम्बे समय से मुख्तार पर शांत रहने वाले सपा नेताओं ने उपचुनाव में अपना मुंह खोलकर बड़ा दांव खेल दिया है। सपा ने मुस्लिम मतदाताओं के बीच मुख्तार के परिवार को प्रतिष्ठित परिवार बताया है।
चुनाव प्रचार के दौरान समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुधाकर सिंह ने बीते दिनों एक ग्राम सभा में बैठक की और वहां मुख्तार अंसारी के परिवार की जमकर तारीफ की थी। इस तारीफ के लोगों ने चुनावी मतलब निकाले थे। सुधाकर सिंह के मुस्लिम मतदाताओं के बीच पहुंचने पर बार-बार मुख्तार अंसारी को गॉड फादर बताया गया।
इसी बीच घोसी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव पहुंचें और उनकी ओर से मीडिया के प्रश्न के उत्तर में कहा गया कि मुख्तार अंसारी के परिवार में सभी अपराधी नहीं है। मुख्तार का परिवार एक प्रतिष्ठित परिवार रहा है। मुन्नू अंसारी विधायक है और सपा के प्रचारक भी हैं। वह कोई अपराधी नहीं है। अफजाल अंसारी और शिबातुल्लाह अंसारी भी कोई अपराधी नहीं है।
सपा महासचिव के बयान के सामने आने के बाद मुख्तार अंसारी के समर्थकों और खेमे के सदस्यों की ओर से घोसी उपचुनाव में सपा उम्मीदवार के पक्ष में पूर ताकत लगा दी गयी है। सुबह सवेरे ही मुख्तार समर्थक अपने वाहनों से मुस्लिम मतदाताओं के मध्य सुधाकर सिंह का प्रचार कर रहे हैं।
मुख्तार को सीबीआई कोर्ट में प्रस्तुत होने के आदेश
घोसी उपचुनाव में मुख्तार अंसारी के नाम पर जहां मतदाताओं को एकत्रित किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर जेल में बंद मुख्तार को सीबीआई कोर्ट के विशेष जज अनुरोध मिश्रा ने मनी लान्ड्रिंग मामले में 13 सितम्बर को कोर्ट में व्यक्तिगत रुप से प्रस्तुत होने का आदेश दिया है।
मुख्तार के नाम पर दी जा रही धमकी
लखनऊ के इंदिरा नगर थाना क्षेत्र में जायसवाल अपार्टमेंट में रहने वाले अधिवक्ता मधुकर मिश्रा ने थाने में अपनी शिकायत दर्ज करायी है। अधिवक्ता मधुकर ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि उनके मोबाइल नम्बर पर एक फोन आयी और उसमें सामने से बात कर रहे अभिषेक सिंह और ऋषभ राय ने खुद को माफिया मुख्तार अंसारी का गुर्गा बताते हुए एक मुकदमे में पैरवी न करने को कहा।