लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के एमएसएमई उद्यमी अपने उत्पादों की क्वालिटी से कॉम्प्रोमाइज ना करें, प्रदेश सरकार शासकीय खरीद में उन्हें हर हाल में प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में हुए रिफॉम के परिणाम सबके सामने हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के उद्यमी महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया विश्वास के भाव से उत्तर प्रदेश की ओर देख रही है। हमें अभी से 2024 के इंटरनेशनल ट्रेड शो के लिए तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के मार्स ऑडिटोरयम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ट्रांसफॉर्मिंग एमएसएमई टुवॉर्ड्स इंडस्ट्री 4.0 एंड स्किल 48 से संबंधित प्रदर्शनी का भी मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री ने आयोजकों और उद्यमियों का स्वागत करते हुए कहा कि पहले यूपी में उद्यम के लिए माहौल और सरकार के स्तर पर प्रोत्साहन व संरक्षण ना होने पर उद्यमी हतोत्साहित था। 2017 में प्रदेश में हमारी सरकार आने के बाद अपने परंपरागत उत्पादों को ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ के रूप में प्रमोट करने के कार्यक्रम का परिणाम हम सबके सामने है।
मुख्यमंत्री ने उद्यमियों से आह्वान किया कि कंपटीशन के दौर में प्रोडक्ट की क्वालिटी पर विशेष ध्यान देना होगा। उसकी पैकेजिंग पर और ज्यादा कार्य करना होगा। टेक्नोलॉजी को सुदृढ़ करते हुए इंस्पेक्टर राज से मुक्ति के कार्यक्रम चलाए गये हैं।
सीएम योगी ने निवेश मित्र पोर्टल, निवेश सारथी पोर्टल और ऑनलाइन इन्सेंटिव प्लेटफॉर्म की चर्चा करते हुए कहा कि इससे उद्यमियों को प्रदेश के अंदर निवेश की संभावनाओं को विकसित करन के साथ उनकी सुविधाओं के सरलीकरण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं।