नोएडा। उत्तर प्रदेश विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है जो विभिन्न ट्रांसपोर्ट कंपनियों में ड्राइवर के रूप में कार्य करके लाखों रुपए कीमत के मोबाइल फोन चोरी करता है, तथा उसे बांग्लादेश और देश के विभिन्न जगहों पर बेचता है।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ के एसएसपी (नोएडा यूनिट) कुलदीप नारायण ने बताया कि एक सूचना के आधार पर एसटीएफ मैं तैनात निरीक्षक सचिन कुमार और उनकी टीम ने अनिल कुमार, अंशु, हर्ष बंसल, केशव, राजीव उर्फ राजवीर को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि उनके पास से ओप्पो रियल मी के 100 मोबाइल फोन बरामद हुआ है।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी विभिन्न लॉजिस्टिक सेंटरों पर माल ढोने वाले ट्रांसपोर्टरों के यहां अपने गैंग के लोगों को ड्राइवर के रूप में रखवाते थे, तथा उनके साथ मिलकर सामान चोरी करते थे।
उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से मोबाइल फोन, लैपटॉप व अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान इस गिरोह के टारगेट पर होता था। जांच के दौरान पता चला है कि चोरी किए गए मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि अवैध रास्तों से बांग्लादेश भेजे जाते हैं।
उन्होंने बताया कि इन बदमाशों ने 24 मई को सैमसंग मोबाइल फोन के लॉजिस्टिक के लिए ऑथराइज शैडोफैक्स कंपनी के एक ट्रक चालक से मिलीभगत कर लाखों रुपए कीमत का मोबाइल फोन चोरी किया था। इस संबंध में थाना सूरजपुर पर मुकदमा दर्ज है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि गुजरात में रहने वाला कासिम नामक व्यक्ति इनसे चोरी का मोबाइल फोन खरीदता है। वह मोबाइल फोन की रकम हवाला के माध्यम से इन्हें उपलब्ध कराता है। चोरी के मोबाइल फोन को बदमाशों ने 19 लाख 60 हजार रुपए में कासिम को बेचता था, जिसकी डिलीवरी दिल्ली के करोल बाग में एक कोरियर वाले के यहां की गई थी।