बुढ़ाना। कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक का शव कमरे में पड़ा मिला। वह कोतवाली के सामने स्थित कालोनी में किराये के मकान में रहते थे। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है। परीक्षण में हार्ट अटैक से मौत होने की पुष्टि हुई है।
मूलरूप से बुलंदशहर जिले के कस्बा गुलावठी के रहने वाले 50 वर्षीय उपनिरीक्षक रविंद्र कुमार यादव की तैनाती चार महीना पहले ही बुढ़ाना कोतवाली में हुई थी। वह कोतवाली के सामने स्थित कालोनी में किराये के मकान में रहते थे। सोमवार को उनकी ड्यूटी शाहपुर कस्बा में आयोजित शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा इंतजाम में लगी हुई थी। देर शाम वह शाहपुर से वापस अपने कमरे पर लौटे। उनका खाना कोतवाली की मैस से आता था।
मंगलवार की सुबह मैस संचालक चैन सिंह खाली टिफिन लेने के लिए उपनिरीक्षक रविंद्र कुमार यादव के कमरे पर पहुंचा, लेकिन दरवाजा नहीं खुला। चैन सिंह ने उनके मोबाइल फोन पर कॉल की, लेकिन कॉल भी रिसीव नहीं हुई। इसके पश्चात चैन सिंह ने कोतवाली पहुंचकर पुलिसकर्मियों को बताया कि उपनिरीक्षक रविंद्र कुमार यादव के मकान का दरवाजा नहीं खुल रहा है तथा वह फोन भी नहीं उठा रहे हैं।
पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। मकान की छत की तरफ से अंदर प्रवेश किया और उपनिरीक्षक के कमरे की कुंडी तोड़कर दरवाजा खोला गया, तो अंदर बेड पर उपनिरीक्षक रविंद्र कुमार यादव मृत मिले। घटना के बाद एसपी देहात अतुल कुमार श्रीवास्तव, सीओ हिमांशु गौरव और कोतवाल ब्रजेश कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे। मामले की जानकारी ली तथा आसपास वालों से भी पूछताछ की गई।
पड़ौसियों ने यह भी बताया कि मंगलवार की अलसुबह लगभग चार बजे उपनिरीक्षक अपने मकान की छत पर टहल रहे थे। ऐसा माना जा रहा है कि उपनिरीक्षक की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। इंस्पेक्टर बृजेश कुमार शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम में मौत का कारण हार्ट अटैक आया है। पुलिस लाइन में पुलिस गार्द की सलामी के बाद स्वजन शव को लेकर मेरठ रवाना हो गए, जहां मेरठ के सूरजकुंड में अंतिम संस्कार किया जाएगा।