नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश का सियासी पारा इन दिनों चढ़ा हुआ है। भाजपा में चल रही राजनीतिक गतिविधियों के बीच समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव के मानसून ऑफर -100 लाओ और सरकार बनाओ पर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पलटवार किया है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “मैं उनसे यही कहना चाहूंगा, सौ लाओ नहीं, पहले अपना मूलधन बचाओ। जिस वोट बैंक के चक्कर में दो लड़के साथ आए थे, अब एक लड़का, बड़ा हो गया है। वह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हो गए हैं। पहले अपना वोट बैंक बचाओ, तब अपना ज्ञान दो।” इससे पहले अखिलेश यादव ने यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के दिल्ली दौरे पर भी कटाक्ष किया था। उन्होंने बिना किसी के नाम का जिक्र करते हुए एक्स पर लिखा- लौटकर बुद्ध घर को आए।
अखिलेश यादव ने यह भी कहा था, “भाजपा की कुर्सी की लड़ाई की गर्मी में उत्तर प्रदेश में शासन-प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है। तोड़फोड़ की राजनीति का जो काम भाजपा दूसरे दलों में करती थी, अब वही काम वो अपने दल के अंदर कर रही है, इसीलिए भाजपा अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धंसती जा रही है। जनता के बारे में सोचने वाला भाजपा में कोई नहीं है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव का बयान ऐसे समय में आया है। जब लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा की सीटें कम होने के बाद से ही पार्टी के नेता लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। बीते बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुलाकात की थी। इसके बाद यूपी के भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी पीएम मोदी से मुलाकात की थी। भूपेंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन से जुड़े तथ्यों के बारे में अवगत कराया था।