शामली। प्रदेश सरकार भले ही मुफ्त और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के दावे कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। जनपद शामली के कैराना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एक सर्जन डॉक्टर द्वारा गर्भवती महिला के ऑपरेशन के नाम पर रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें डॉक्टर खुलेआम 500-500 रुपये के नोट लेते हुए नजर आ रहा है।
मोहल्ला आलकला निवासी मोहम्मद शादाब ने बताया कि कुछ दिन पहले उसकी भाभी आलिया को प्रसव पीड़ा होने पर कैराना के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां तैनात सर्जन डॉ. मनीष राठी ने ऑपरेशन से डिलीवरी करने की बात कही। ऑपरेशन के बाद उन्होंने शादाब से 10 हजार रुपये की मांग की। जैसे-तैसे उसने 5 हजार रुपये सर्जन को दिए। यही नहीं, डॉक्टर ने अपने अन्य दो कर्मचारियों को भी 1500 और 2000 रुपये देने को कहा।
सोशल मीडिया पर वायरल 1 मिनट 37 सेकंड के वीडियो में सर्जन रुपये लेते और अन्य कर्मचारियों के लिए भी पैसे मांगते हुए साफ दिख रहा है। डॉक्टर वीडियो में यह कहते भी सुने जा सकते हैं कि ऑपरेशन में 1600 रुपये का सामान लग गया।
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मामले में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शैलेन्द्र चौरसिया ने कहा कि वह फिलहाल छुट्टी पर हैं, लेकिन मामले की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब जिले के किसी स्वास्थ्यकर्मी पर रिश्वतखोरी का आरोप लगा हो। इससे पहले भी डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों पर पैसे मांगने के वीडियो सामने आ चुके हैं, लेकिन अब तक किसी पर ठोस कार्रवाई होती नहीं दिखी है। सरकार से मोटी तनख्वाह लेने वाले इन कर्मचारियों की इस तरह की करतूतें सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की साख को बट्टा लगाने का काम कर रही हैं।