मुजफ्फरनगर। चंडीगढ़ से लापता किशोर सात साल बाद नंगला राई से बरामद होने के बाद दूसरे वर्ग के लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम कराने को लेकर राजनीति गरमा रही है। इस मामले में बघरा आश्रम के स्वामी यशवीर महाराज ने ग्राम प्रधान पर धर्मांतरण में सहयोग करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज नहीं होने पर 15 अक्तूबर को नंगला राई में हिंदू महापंचायत करने की चेतावनी दी है।
उल्लेखनीय है कि सात अक्तूबर को एएचटीयू थाने के विवेचक बल्लू सिंह बरामद किशोर को सीडब्ल्यूसी के आदेश पर चंडीगढ़ लेकर गए थे। थाना प्रभारी ओपी सिंह ने बताया कि किशोर ने अदालत में भी नंगला राई गांव में मुस्लिम परिवार में खुद और सुरक्षित तरीके से रहने का बयान दिया है। बयानों की कार्रवाई के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने उसे माता-पिता के सुपुर्द कर दिया था। फिलहाल वह अपने पैतृक गांव में है। पुलिस का कहना है कि इस संबंध में यदि हिंदू संगठन के लोग कोई कार्रवाई चाहते हैं, तो वहां जाकर साक्ष्य पेश करें। चूंकि इस संबंध में बच्चे की गुमशुदगी का मुकदमा वहीं पंजीकृत है। एक प्रकरण में दो एफआईआर नहीं की जा सकती।
उधर, ग्राम प्रधान अफसरून ने बताया कि उन्होंने किशोर के नाम के संबंध में कोई पत्र लिखकर नहीं दिया है। कुछ लोग ब्लैकमेल करने के लिए उन पर नाजायज दबाव बना रहे है। दूसरी ओर यशवीर आश्रम बघरा के महंत स्वामी यशवीर महाराज इस मामले में ग्राम प्रधान और मौलवी के खिलाफ धर्मांतरण का मुकदमा कायम कराने की बात पर अडिग़ हैं। उन्होंने प्रधान के घर के बाहर धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।