मुजफ़्फरनगर। हिंदुत्व की आवाज मजबूती से उठाने वाले स्वामी यशवीर महाराज ने आज योग साधना यशवीर आश्रम के 22वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर बड़ी मांग उठाते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड को भंग कर सनातन बोर्ड बनाया जाना चाहिए। बघरा में स्थित योग साधना यशवीर आश्रम का 22वां वार्षिक महोत्सव व 51 किलो शुद्ध देसी घी द्वारा संकट मोचन मनोकामना पूर्ण प्राचीन महायज्ञ संपन्न हुआ।
स्वामी यशवीर महाराज एवं ब्रहाचारी मृगेन्द्र ने वेद के पवित्र मंन्त्रों के द्वारा मन्त्रोच्चार करके विधि विधानपूर्वक इस महायज्ञ को संपन्न कराया। स्वामी यशवीर सरस्वती महाराज ने कार्यक्रम में आए हुए हिंदू वीर, वीरांगनाओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस महायज्ञ में जो भी श्रद्धा भक्ति के साथ घी, सामग्री की आहुति देता हैं, परमात्मा की कृपा व यज्ञ देवता के आशीर्वाद से आहुति देने वालों के संकटों का निवारण होता है और उनकी पवित्र मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है।
सनातन धर्म के लोगों को आज भारत देश की जो वर्तमान स्थिति चल रही है, उस पर पैनी दृष्टि रखनी चाहिए। बाहरी और अन्दर की इस्लामिक शक्तियों ने कई प्रकार के जिहाद के षडयंत्रों का जाल फैला रखा है, जो हिन्दू सेकूलर है, जिनके मस्तिष्क में अपनी जाति व जातीय नेता सर्वप्रथम है, सनातन धर्म और धार्मिक कट्टरता जिन हिन्दुओं के जीवन में नहीं है, वे सबसे पहले मुसलमानों के जाल में फंसकर इनके षडयंत्र का शिकार होते हैं, जो हिन्दू अपने सनातन धर्म पर अडिग है, उनका मुसलमानों का किसी भी प्रकार का जिहाद कुछ नहीं बिगाड पाता है, इसलिए सभी सनातनी अपने सनातन धर्म के लिए कट्टर बनें, जातिवाद के जहर को समाप्त कर जातिवादी नेताओं से दूरी बनाकर रखें और अपना भाईचारा केवल सनातनी हिन्दू से रखें। गौमांस खाने वालों व भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का सपना देखने वालों से हमारा किसी भी प्रकार का कोई भाईचारा नहीं रहना चाहिए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्व हिन्दू परिषद् के अन्तराष्ट्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज सनातन धर्म की रक्षा हिन्दुओं को आगे आना होगा और अपनी जनसंख्या को बढाना होगा, भारत देश तब ही तक सुरक्षित है, जब तक भारत में हिन्दू समाज बहुसंख्यक स्थिति में है।
स्वामी यशवीर महाराज ने कार्यक्रम में आये लगभग 1 हजार लोगों के सामने 4 प्रस्ताव रखे, जिसमें मांग की गयी कि केन्द्र सरकार वक्फ बोर्ड को समाप्त करे या सनातन बोर्ड की स्थापना करें, सनातन बोर्ड को भी वक्फ बोर्ड के समान अधिकार मिले, सनातन बोर्ड नहीं तो वक्फ बोर्ड भी नहीं, कोई भी मुसलमान सनातन धर्म की पूजा पाठ का सामान न बेचे, क्योंकि गौमांस खाने वाले को, गौमाता काटने वाले को सनातन धर्म की पूजा पाठ का सामान बेचने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि यदि कोई पूजा पाठ का सामान बेचता मिले, तो उस पर सनातन टैक्स लगाकर चेतावनी देकर छोड दिया जाये, यदि फिर भी पूजा पाठ का सामान बेचता मिले, तो दोगुना टैक्स लगा दे, अपनी बस्ती, गांव, शहर में अखाडा, व्यायामशाला खोलें और बच्चों को कुश्ती, लाठी, भाला, फरसा, धनुषबाण, तलवार, त्रिशुल आदि अपने परपंरागत हथियार अवश्य सिखायें, आने वाले समय में इसकी आवश्यकता पडेगी। सनातन धर्म के लोगों से ही फल सब्जी खाद्य पदार्थ का सामान खरीदें, जहां पर नाम न लिखा हो, भगवान वाराह का फोटो न हो, वहां से बिल्कुल सामान न खरीदें।
कार्यक्रम के समापन बाद भण्डारे का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में मुजफ्फरनगर के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक निपेन्द्र, शामली के जिला प्रचारक कुलदीप, सह प्रांत कार्यावाह सेवादास, जिला कार्यवाह संजय, लोकेन्द्र, सुरेन्द्र भगत, उदय कुमार, विश्व हिंदू परिषद के मेरठ के सह प्रांत मंन्त्री राजकुमार, पूर्व विधायक प्रमोद ऊंटवाल, पूर्व विधायक विक्रम सैनी आदि गणमान्य उपस्थित रहे।