नई दिल्ली। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा है कि भू-राजनीतिक चुनौतियां लगातार आपूर्ति श्रृंखला को प्रभावित कर रही हैं और कंपनियां पुनर्संतुलन के जरिए आपूर्ति श्रृंखला को लचीला और किफायती बनाने की कोशिश कर रही हैं।
वित्त वर्ष 2024 की वार्षिक रिपोर्ट में उन्होंने कंपनी के सभी पक्षकारों को लिखे पत्र में कहा कि नई वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला तैयार हो चुकी है और इसमें भारत एडवांस मैन्युफैक्चरिंग के जरिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले दो वर्ष में अधिक महंगाई और सख्त मौद्रिक नीति के कारण मंदी की आशंका बनी हुई थी। लेकिन अब वैश्विक स्तर पर चीजें बेहतर हो रही हैं। महंगाई कम होने के साथ मौद्रिक नीति में भी नरमी आ रही है, जिसके कारण ग्रोथ की संभावना बढ़ रही है।
उन्होंने आगे कहा, “एडवांस मैन्युफैक्चरिंग, नई टेक्नोलॉजी जैसे एआई, न्यू एनर्जी, डाटा और बिजनेस मॉडल के कारण काम करने का तरीका तेजी से बदल रहा है और भविष्य के लिए नया स्किल सेट बनाने के लिए मजबूर कर रहा है।”
इसके अलावा चंद्रशेखरन ने जनरेटिव एआई की भूमिका पर कहा कि पूरी दुनिया में माहौल तेजी से बदल रहा है। जनरेटिव एआई का हर सेक्टर पर और देश पर भी असर होगा। यह न केवल उत्पादकता पर असर डालेगा, बल्कि इसका प्रभाव ऐसा होगा, जिसकी आज तक किसी ने कल्पना नहीं की होगी। एआई, न्यू एनर्जी, आपूर्ति श्रृंखला और स्किल के लिए टेक्नोलॉजी में पर्याप्त निवेश की आवश्यकता होगी।
वित्त वर्ष 2024 में टीसीएस की आय 2.40 लाख करोड़ रुपये रही है। इसमें पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 6.8 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया है। इस दौरान कंपनी का मार्जिन 24.6 प्रतिशत रहा जो पिछले वर्ष की अपेक्षा 24.1 प्रतिशत अधिक है।