लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेजों में आगामी सत्र से शिक्षण कार्य प्रारम्भ हो जाएगा। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने इस संबंध में शुक्रवार को संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के अन्तर्गत निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की अद्यतन प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि फेज-3 में अमेठी को छोड़कर समस्त 13 जिलों में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेजों में आगामी शैक्षिक सत्र से शिक्षण कार्य प्रारम्भ कराने के लिए अवशेष कार्यों को आगामी 31 दिसंबर तक अवशेष कार्य पूर्ण करा लिए जाएं। इसके अलावा चिकित्सालय परिसर के निर्माण कार्य में और तेजी लायी जाए। निर्माण कार्यों में निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता से कतई समझौता न किया जाए। इसके अलावा उन्होंने फेज-1 व फेज-2 के अवशेष कार्यों में भी प्रगति लाने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि फेज-1 में महर्षि वशिष्ठ स्वशासी राज्य चिकित्सा विश्वविद्यालय-बस्ती एवं राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज-अयोध्या परियोजना के समस्त कार्य पूर्ण होने के उपरान्त हस्तगत किया जा चुका है। मेडिकल कॉलेज-शाहजहांपुर परियोजना में कॉलेज परिसर में मल्टी परपज हॉल के अलावा समस्त कार्य पूर्ण हो चुके हैं। मेडिकल कॉलेज-फिरोजाबाद का 96 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, परियोजना का पूर्ण होने की संभावित तिथि 31 दिसंबर है। महाराजा सुहेलदेव स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय एवं महार्षि बालार्क चिकित्सालय-बहराइच परियोजना की समेकित प्रगति 92 प्रतिशत है।
यह भी बताया गया कि फेज-2 में माधव प्रसाद त्रिपाठी चिकित्सा महाविद्यालय-सिद्धार्थनगर, महर्षि देवरहा बाबा स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय-देवरिया, डॉ. सोनेलाल पटेल स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय-प्रतापगढ़ का समस्त कार्य पूर्ण होने के बाद हस्तगत कराया जा चुका है। माँ विन्ध्यवासिनी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय-मीरजापुर परियोजना कॉलेज परिसर में मल्टीपरपज हॉल के अतिरिक्त समस्त कार्य पूर्ण हो चुके हैं और हस्तांतरित भी किया जा चुका है। महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय-गाजीपुर में कॉलेज परिसर का समस्त कार्य पूर्ण हो चुका है और चिकित्सालय परिसर में टीचिंग हॉस्पिटल के अलावा समस्त कार्य पूर्ण हो चुके हैं। समस्त कार्य दिसंबर में पूर्ण कर लिए जाएंगे। स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय-हरदोई में कॉलेज परिसर का समस्त पूर्ण होने के बाद हस्तगत कराया जा चुका है। उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय-जौनपुर का कार्य 63 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है।
इसके अलावा फेज-2 में मेडिकल कॉलेज-फतेहपुर तथा वीरांगना अवन्तीबाई लोधी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय-एटा का लोकार्पण हो चुका है। एनएमसी, नई दिल्ली द्वारा फतेहपुर में प्रथम वर्ष एमबीबीएस प्रवेश के लिए एलओपी जारी किया जा चुका है तथा एटा में प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष के विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
बैठक में यह भी बताया गया कि फेज-3 में चन्दौली, बुलन्दशहर, बिजनौर, ललितपुर, पीलीभीत, कानपुर देहात, गोण्डा, औरैय्या, लखीमपुर-खीरी, कौशाम्बी, कुशीनगर, सोनभद्र, सुल्तानपुर में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की प्रथम शैक्षिक सत्र (एलओपी-1) के लिए समस्त कार्य पूर्ण हो चुके हैं, अवशेष का कार्य प्रगति पर है। अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय-लखनऊ का ऑडिटोरियम छोड़कर समस्त कार्यों को 20 दिसंबर, 2023 तक तथा मेडिकल कॉलेज-अमेठी का कार्य 22 दिसंबर 2024 तक पूर्ण कराने के लिए आश्वस्त किया गया।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पार्थसारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चौहान, प्रमुख सचिव नियोजन आलोक कुमार, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा किंजल सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।