बिजनौर। उत्तर प्रदेश में आवारा कुत्तों का आतंक थम नहीं रहा है। आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है, लेकिन ये प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। कुत्ते सड़क चलते मासूमों को अपना शिकार बना रहे हैं और उनकी मौत हो रही है।
कई मामलों में तो कुत्ते पीड़ित का इतना बुरा हाल कर देते हैं कि उन्हें स्वस्थ होने में कई महीने लग जाते हैं। ऐसा ही एक मामला बिजनौर से सामने आया है। यहां आवारा कुत्तों के हमले में आठ साल की एक बच्ची की मौत हो गई, जबकि दस और नौ साल की दो बच्चियां घायल हो गईं।
घटना मंडावर थाना क्षेत्र के नंगला माहेश्वरी गांव की है। इस घटना के बारे में पुलिस उपाधीक्षक संग्राम सिंह ने कहा, “तीन बच्चियां अपने घर से जंगल में लकड़ियां बीनने गई थीं, तभी नौ साल की एक बच्ची पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। कुत्ते उसे खींचकर जंगल की ओर ले जाने लगे।”
अधिकारी ने कहा कि दूसरी नाबालिग लड़कियों, जिन्होंने एक बच्ची को बचाने की कोशिश की, उन पर भी कुत्तों ने हमला कर दिया, लेकिन वे भागने में सफल रहीं। पुलिस ने कहा कि जब तक स्थानीय लोग इकट्ठा हुए और कुत्तों को भगाया, तब तक बच्ची ने दम तोड़ दिया।
सीओ ने कहा, “हालांकि परिवार ने अभी आधिकारिक तौर पर शिकायत दर्ज नहीं कराई है, लेकिन दूसरी घायल लड़कियों का इलाज चल रहा है।”