शामली। कांवड यात्रा के दौरान शिवभक्त भगवान भोलेनाथ का गुणगान करते हुए अपने गंतव्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं। इनमें कुछ ऐसे शिवभक्त भी हैं, जो खुद की जिंदगी में भगवान भोलेनाथ के चमत्कारों का भी दावा करते हैं। हरिद्वार से गंगाजल लेकर 320 किलोमीटर की पैदल यात्रा पर निकले हरियाणा निवासी 70 वर्षीय वृद्ध ने भी शामली पहुंचने पर खुद के साथ हुए ऐसे ही चमत्कार का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 52 साल की उम्र में डॉक्टरों ने उन्हें जबाव देते हुए डिस्चार्ज कर दिया था, लेकिन भोलेनाथ के चमत्कार से आज वें पैदल जमीन पर चल रहे हैं।
हरिद्वार से गंगाजल लेकर पैदल कांवड यात्रा पर निकले चरखी दादरी निवासी 70 वर्षीय वृद्ध राधेश्याम शामली पहुंचे। उन्होंने बताया कि वें भगवान की मर्जी से कांवड यात्रा कर रहे हैं, क्योंकि उनकी मर्जी से पत्ता भी नही हिल सकता। वृद्ध ने कहा कि भगवान के पास सभी का बहीखाता है और वें बिना मांगे ही लोगों को सबकुछ दे देते हैं, सिर्फ भगवान में आस्था की जरूरत होती है। वृद्ध राधेश्याम ने बताया कि उन्हें 52 साल की उम्र में भयंकर इंफेक्शन हो गया था, जिसके चलते उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती कराया गया था।
वहां पर डॉक्टरों ने जवाब देते हुए कहा था कि वें अब कभी भी ठीक नही होंगे, लेकिन इसके बाद भगवान भोलेनाथ ने उनका हाथ पकड़ लिया और वें आज पूरी तरह से स्वस्थ्य और जिंदा ही नही, बल्कि जमीन पर पैदल चल भी रहे हैं। वृद्ध ने बताया कि वें पूर्व में खड़ी कांवड भी ला चुके हैं और भगवान भोलेनाथ में उनकी प्रगाढ़ आस्था है।