मुरादाबाद। पुलिस अधीक्षक रेलवे गुरुवार शाम को पत्रकार वार्ता में बताया कि राजकीय रेलवे पुलिस मुरादाबाद ने 15 वर्ष पहले चांदपुर में ट्रेन से कूदकर फरार हुए 40,000 रुपये के इनामी आरोपित को आज पकड़ लिया। इंस्पेक्टर जीआरपी राजन शर्मा ने बताया कि पकड़ा गया आरोपित अपनी पहचान छुपाकर दिल्ली में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहा था। जीआरपी को बहन के मोबाइल के सहारे आरोपित का क्लू मिला।
गुरुवार को जीआरपी थाने पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस अधीक्षक रेलवे आशुतोष शुक्ला ने बताया कि वर्ष 2008 से फरार चल रहे हत्या और दहेज उत्पीड़न के फरार आरोपित राजीव को दिल्ली से पकड़ लिया। इस पर कई मुकदमे भी दर्ज हैं। पुलिस ने मुरादाबाद शहर कोतवाली क्षेत्र के टाउन हॉल निवासी राजीव उर्फ राजू को दहेज उत्पीड़न के मामले में देहरादून से तिलक नगर स्थित रोहिणी दिल्ली कोर्ट में पेश करना था। इसको मसूरी एक्सप्रेस से पुलिस ले जा रही थी। एसपी रेलवे के आगे बताया कि चांदपुर के पास में सुबह में करीब 3 बजकर 50 मिनट पर जब ट्रेन कुछ धीमी हुई, तो आरोपित लघुशंका की बात कहकर चलती ट्रेन से कूद कर फरार हो गया था। देहरादून की जेल में एक हत्या के मामले में बंद था। उन्होंने बताया कि फरार होने के बाद यह करीब 6 माह मुजफ्फरनगर में अपने दोस्त के घर रहा और फिर काम की तलाश में कानपुर चला गया। इसने वहां के बाद रामनगर उत्तराखंड में जूते की फैक्ट्री में काम किया और वहां से मुंबई चला गया। यह वर्ष 2010 में दिल्ली आ गया और अपना नाम विवेकदास पुत्र शंकरदास निवासी मकान नंबर 202 नियर सेंटजोन पब्लिक स्कूल पमैदान गढ़ी थाना महरौली दिल्ली बदलकर निवास कर रहा था ।इसने यहां पर कुछ दिन सब्जी बेचने का काम किया। इसके बाद से वह जी 4 एस सुरक्षा कंपनी में गार्ड की नौकरी कर रहा था।
एसपी रेलवे ने बताया कि इसके बहन के मोबाइल पर जन्म दिन का संदेश आया था, जहां से इसका क्लू मिला। तब से ही जीआरपी इसे पकड़ने में लगी थी। इस पर 40 हजार का इनाम घोषित है। फरार होने पर मुरादाबाद जीआरपी थाने में मुकदमा दर्ज था।