लखनऊ – उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शुक्रवार से शुरु होने वाले बजट सत्र में योगी सरकार अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के सफल क्रियान्वयन और धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में उपलब्धियों के बखान के साथ शुरु करना चाहेगी वहीं मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्य महंगाई,बेराजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास करेंगे।
बजट सत्र की पूर्व संध्या पर आयोजित सर्वदलीय बैठक में हालांकि सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को सदन चलाने में पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया।
विधानमंडल का बजट सत्र दो फरवरी यानी शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण से शुरु होगा। बजट सत्र के 12 फरवरी तक चलने के आसार हैं। इस दौरान सरकार पांच फरवरी को बजट प्रस्ताव सदन के पटल पर रखेगी।
विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्वदलीय बैठक में सभी दलों के नेताओं से सदन में सहयोग की अपील की जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया। श्री महाना ने कहा कि सदन में कोरम पूरा होगा तो देर रात तक भी सदन को संचालित किया जाएगा। इससे अधिक से अधिक सदस्यों को सदन में अपनी बात रखने का अवसर मिलेगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलीय नेताओं का स्वागत करते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के बाल्य रुप विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा के लिए बधाई दी और श्री राम मंदिर का प्रसाद अपने हाथों से वितरित करते हुए कहा कि सभी सदस्य विधान सभा अध्यक्ष के नेतृत्व में अयोध्या दर्शन का कार्यक्रम तय कर लें।
उन्होंने कहा कि पिछले लगभग दो वर्षों से उत्तर प्रदेश विधान सभा संसदीय प्रणाली के रुप में प्रतिष्ठित हुआ है। आज उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य चर्चा परिचर्चा के देश में जाना जाता है और यह देश के लिए अनुकरणीय है। यूपी का बजट चुनाव की दृष्टि से प्रभावी और महत्वपूर्ण है। सदन देर रात 11-12 बजे तक चले जिससे क्षेत्र की जनता यह समझा सके कि उनके द्वारा चुना गया जन प्रतिनिधि उनकी समस्याओं को प्रभावी तरह से सदन में बतातें है। सदन जो भी भाषण हो वह संसदीय मर्यादा के अनुरूप हो। देश के सबसे बड़े राज्य के आय-व्यय की चर्चा हम सब वर्ष 2024 के प्रथम सत्र में करने जा रहे हैं, जो संसदीय मर्यादाओं के अनुरूप होगा।
बैठक में नेता प्रतिपक्ष की जगह समाजवादी पार्टी के सचेतक मनोज कुमार पाण्डेय ने बजट सत्र में अपने दल का पूरा सहयोग करने तथा सकारात्मक चर्चा किये जाने पर अपनी सहमति जताई। नेता अपना दल रामनिवास वर्मा, नेता लोकदल राजपाल बालियान, नेता सुहेलदेव पार्टी ओम प्रकाश राजभर, नेता निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के अनिल कुमार त्रिपाठी, कांग्रेस की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा, (मोना), जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के नेता रघुराज प्रताप सिंह, राजा भैया एवं नेता बहुजन समाज पार्टी उमाशंकर सिंह सहित समेत सभी दलीय नेताओं ने मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष को सदन चलाने में पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया।