कानपुर। जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने वाली प्रदेश सरकार की नीति क्या हवा में चल रही है। वर्तमान समय में कानपुर में हुई घटना ने प्रदेश की भाजपा सरकार का आईना आम जनता को दिखा दिया है। दोषी नेता के घर पर बुलडोजर नहीं चल रहा है। क्या उसमें डीजल खत्म हो गया है। यह बात समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कानपुर प्रवास के दौरान पत्रकारों से वार्ता के दौरान कही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नेता द्वारा किस बाबू सिंह की जमीन को कौड़ियों को भाव खरीदने के मामले को लेकर के मुख्यमंत्री योगी व पार्टी के अन्य नेता अपना कोई भी बयान जारी नहीं कर रहे हैं। और ना ही दोषी नेता के घर पर बुलडोजर ही गरज रहा है। क्या प्रदेश सरकार ने बुलडोजर की चाबियां अपने पास रख ली है या फिर उन बुलडोजरों में डीजल खत्म हो गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार दावा करती है कि भष्ट्राचार पूरे प्रदेश से समाप्त हो गया है। परंतु जब उनकी पार्टी के नेताओं की बात आती है। तब वह इस नीति से पीछे हट जाते हैं। कानपुर में भाजपा पार्षद पति द्वारा की गई पिटाई से जख्मी युवा के का मामला हो या फिर किस बाबू सिंह का मामला हो इन सभी मामलों में भाजपा ने दोहरी नीति अपनाई है।
सपा मुखिया ने कहा कि आम जनता भाजपा की इन नीतियों को देखा और समझ रही है और आने वाले 2024 के चुनाव में जनता इस बात का पूरा जवाब भी देगी। फिलहाल अभी प्रदेश सरकार इस मामले में क्या कर रही है। यह देखने वाली बात है क्योंकि कई आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही तो हुई परंतु जो पार्टी से जुड़ा हुआ नेता है उसके खिलाफ अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। इन मामलों को देखकर लग रहा है कि पुलिस का एक संगठित गिरोह काम कर रहा है और वह किसके इशारे पर काम कर रहा है यह समझने वाली बात है।