बेगूसराय। बिहार में समाधान यात्रा के दौरान अंतिम दिन गुरुवार को बेगूसराय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 55 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। शहीद के नाम पर पथ का नामकरण भी किया। हालांकि, शिलापट्ट पर अंकित जनप्रतिनिधि के नाम में से अधिकतर गायब ही रहे।
मुख्यमंत्री ने करीब 31.78 करोड़ की लागत से बनकर तैयार 26 योजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने जिला अतिथि गृह में बने अतिरिक्त आठ कमरा तथा प्रखंड सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र बछवाड़ा एवं ई-किसान भवन गढ़पुरा का शुभारंभ किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग तेघड़ा कार्य प्रमंडल के पुलिया निर्माण एवं सड़क मरम्मत के नौ योजनाओं का उद्घाटन किया।इसके साथ ही ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल मंझौल-बखरी के पांच सड़क निर्माण योजना तथा ग्रामीण विकास विभाग के लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत नौ योजनाओं का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने करीब 66.14 करोड़ की लागत से पूरा होने वाले 29 योजनाओं का शिलान्यास किया।
जिसमें भवन निर्माण विभाग द्वारा बनने वाले बेगूसराय सदर प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय एवं आवासीय भवन और निरीक्षण कमरा का निर्माण तथा सात निश्चय के तहत बखरी में बनने वाले औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का भी शिलान्यास किया गया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग तेघड़ा कार्य प्रमंडल के 18 सड़क मरम्मत कार्य तथा ग्रामीण कार्य विभाग मंझौल-बखरी कार्य प्रमंडल के सात सड़क मरम्मत योजना का शिलान्यास किया।
इसके साथ ही सहकारिता विभाग द्वारा बछवाड़ा व्यापार मंडल में बनने वाले एक हजार मेट्रिक टन क्षमता के गोदाम निर्माण कार्य तथा स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन द्वारा मटिहानी प्रखंड में बनने वाले ई-किसान भवन निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया गया। उद्घाटन और शिलान्यास की सबसे बड़ी बात है कि मुख्यमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में शहीद हुए लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार के स्मृति में हर-हर महादेव चौक से पटेल चौक तक के सड़क का नामकरण शहीद लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार पथ किया। इसके अलावा भी कई प्रमुख लोगों के नाम पर सड़क का नामकरण किया गया है।
उद्घाटन-शिलान्यास स्थल पर लगाए गए शिलापट्ट पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह, राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा, महापौर पिंकी देवी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी सहित अन्य उपस्थित नहीं थे।