नई दिल्ली। भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को दिल्ली में कई सवालों के जवाब दिए। सामना के अंदर एक लेख लिखा गया है, जिसमें कहा गया है कि इंडिया गठबंधन में आपस में टकराव हो रहा है, यही वजह है कि हर जगह इनकी हार होती जा रही है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जब तक गठबंधन का सियासी सूपड़ा क्यों साफ हो रहा है उसकी जड़ तक नहीं जाएंगे, तब तक ये लेख लिखते व पढ़ते रहेंगे और इनका सफाया होता रहेगा।
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भाजपा नेता ने आगे कहा कि वास्तविकता यह है कि इस गठबंधन का नेतृत्व करने वाली पार्टी कांग्रेस के पास न तो इसके लिए परंपरा है और न ही स्वभाव। यही कारण है कि एक के बाद एक सहयोगी दल गठबंधन से खुद को अलग कर रहे हैं। जब गठबंधन का नेतृत्व करने वाली पार्टी संपत्ति की बजाय बोझ बन जाती है, जब वह ताकत की बजाय समस्या बन जाती है तो यही परिणाम होता है। दूसरी बात यह है कि वे अपना पूरा दिन मोदी जी को कोसने में बिताते हैं, सुबह से रात तक उनके बारे में झूठ फैलाते हैं।
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कम से कम उन्हें उनसे कुछ तो सीखना चाहिए। अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के अंदर मेन्यू में बीफ का भी प्रावधान आया था कि उसमें आप बीफ को भी ऑर्डर कर सकते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर समाज के एक बड़े हिस्से को चिढ़ाने के लिए इस तरह की हरकतें करते हैं। गौ हत्या पर सख्ती के साथ प्रतिबंध होना चाहिए। यह प्रतिबंध कागज पर नहीं, बल्कि जमीन पर दिखाई देना चाहिए। जो इस तरह की हरकत करे उसको कड़े से कड़े कानूनी प्रावधानों के तहत सज़ा मिलनी चाहिए, ताकि इस तरह की हरकत करने वाले 100 बार सोचे और उनकी रूह कांप उठे।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली की हार को लेकर कांग्रेस को जमकर कोसा, इस पर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि वे पीएम मोदी से लड़ते-लड़ते आपस में लड़ने लगे हैं। इनके गठबंधन के लिए कह सकते हैं कि ‘अजीब दास्तां है ये, कहां से शुरू और कहां खत्म’। अब इनका यूपीए कब शुरू हुआ कब खत्म हो गया है। इनकी पॉलिटिकल एक्जिस्टेंस वह कब शुरू हुई, कब खत्म हो गई, ये लोग बहुत मजे से देख रहे हैं।