Friday, November 22, 2024

मुज़फ्फरनगर में 7 साल के बच्चे की नृशंस हत्या, शुक्रवार से गायब था मासूम, गौशाला के फार्म में मिला शव

मुजफ्फरनगर। नई मंडी कोतवाली इलाके की बचन सिंह कॉलोनी में सात साल के मासूम बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी गई। बच्चे की लाश पास में ही मौजूद एक गन्ने के खेत से बरामद हुई, जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया।
बच्चा कल शाम से गायब चल रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस के मुताबिक बचन सिंह कॉलोनी निवासी दीपक उपाध्याय उर्फ बॉबी उपाध्याय का सात साल का बेटा रौनक उपाध्याय शुक्रवार की शाम करीब छह बजे घर से खेलने के नाम का निकला था, लेकिन जब वो देर तक भी वापस नहीं लौटा, तो परिजनों को चिंता सताने लगी।
परिजनों ने रौनक को हर संभव ठिकाने पर तलाश किया, लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं चला, तो करीब 11 बजे रात में परिजनों ने डायल 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी।
मृतक मासूम रौनक के पिता दीपक उर्फ बॉबी उपाध्याय ने बताया कि नई मंडी पुलिस टीम के साथ गायब हुए बच्चे की तलाश में आए थे, जैसे ही कालोनी वासी एवं पुलिस टीम गऊशाला फार्म में ईख के खेत में गए तो दीपक उर्फ बॉबी उपाध्याय के सामने रौनक की लाश आ गई, जिससे पिता की चीख निकल पड़ी और मौके पर पुलिस टीम एवं साथ में तलाश कर्ता कॉलोनी वासी पहुंचा गए।
रौनक की मौत की सूचना परिवार के अन्य सदस्यों को मिली तो आनन फानन में सैकड़ों कॉलोनी वासी भी स्वजनों के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि रोनक की गला दबाकर हत्या की गई है। आशंका लगाई जा रही है कि रंजिशन यह हत्या की गई है।
वही पुलिस टीम का कहना है कि मृतक के पास से नशे के इंजेक्शन एवं गोलियां आदि बरामद हुए हैं, जिससे प्रतीत हो रहा है कि किसी नशा खोर के द्वारा हत्याकांड की घटना को अंजाम दिया गया है। पुलिस टीम का कहना है कि मृतक रोनक की बॉडी के पास से मिले नशे की गोलियां एवं इंजेक्शन को जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को सौंप दिया गया है।
वही इस हत्याकांड के मामले को लेकर एसपी सिटी अर्पित विजय वर्गीय द्वारा हत्याकांड के खुलासे के लिए टीम का गठन किया गया है। एसपी सिटी ने बताया कि जल्द ही रौनक हत्याकांड का खुलासा करते हुए आरोपियों को सामने लेकर आया जाएगा। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या का खुलासा हो सकेगा कि  हत्या गला घोटकर की गई है या नशा देकर।
परिवार के सदस्यों का चहेता था रोनक: सात वर्षीय रोनक बहुत ही चुलबुल एवं नटखट था, जिससे परिवार के सदस्यों का भी मनोरंजन निरंतर होता रहता था। मृतक रोनक के पिता ने बताया कि स्कूल से आने के बाद वह परिवार के तमाम सदस्यों का दिल बहलाए रखता था। उन्होंने बताया कि रोनक के अंदर एक खासियत थी कि वह नटखट एवं अपनी जुमलेबाजी से रोते हुए को भी हंसा दिया करता था।
मृतक रोनक के पिता ने बताया कि वह सात साल की उम्र में ही अपने भविष्य को संवारने के लिए सपने संजोए हुए था। उन्होंने बताया कि रोनक बड़ा होकर एवं डिग्री हासिल कर एक डॉक्टर बनना चाहता था, ताकि क्षेत्र में वह एक हॉस्पिटल चला सके एवं गरीब व असहाय लोगों का इलाज नि:शुल्क कर सके।
मगर अफसोस रोनक के सभी सपने अधूरे रह गए और दुर्भाग्यवंश किसी की रंजिश का शिकार हो गए। मृतक रोनक के पिता का कहना है कि पुलिस प्रशासन द्वारा इसकी सीबीआई जांच कराकर आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाई जाएगी, ताकि फिर किसी के घर का चिराग बुझ न सके।
एवरग्रीन चिल्ड्रन एकेडमी के होनहार छात्रों में से एक था रोनक: सात वर्ष रोनक एवरग्रीन चिल्ड्रन एकेडमी में फर्स्ट स्टैंडर्ड में पढ़ रहा था। रोनक क्लास में सबसे होशियार एवं चतुर छात्र था। क्लास के अन्य छात्र-छात्राओं से वह बहुत
अलग था व अध्यापकों का भी बहुत लिहाज करता था। हमेशा अध्यापकों द्वारा दिए गए होमवर्क को भी प्रायोरिटी पर लेकर करता था, जिससे अध्यापकों के दिलों पर रौनक राज करता था।

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