हरियाणा। हिसार में एक परिवार की खुशियां उस वक्त मातम में तब्दील हो गई जब एक बच्चा बाथरूम में नहाने गया तो दूसरा भी मां को कहकर साथ नहाने चला गया। लेकिन गीजर की गैस के प्रभाव से दम घुटने से दोनों की मौत हो गई। मां के आवाज लगाने पर भी जब दोनों बाहर नही आए तो दोनों को बाथरुम में बेसुध पड़ा देखा तो परिवार के होश उड़ गए।
हिसार के सिंगल परिवार के लोग रविवार सुबह ननिहाल में होने वाली शादी में जाने की तैयारी में जुटे थे। घर के बड़े कपड़े संभाल रहे थे तो बच्चे खुद को सजा संवार रहे थे। अचानक इस परिवार पर आफत का पहाड़ टूटा और बाथरूम में नहाने गए दो सगे भाइयों की गीजर की गैस के प्रभाव से दम घुटने से मौत हो गई। पल भर पहले जहां खुशियों का आलम था, वहां चीख पुकार मच गई।
मां ने सोहम को नहाने को कहा तो बोला-भाई के साथ नहाऊंगा
हिसार तलाकी गेट एरिया में रविवार को सुबह करीब 11 बजे बाथरूम में नहाते समय गैस गीजर में दम घुटने से 13 साल के माधव और उसके छोटे भाई 9 साल के सोहम की मौत हो गई। उनके पिता सौरभ सिंगल तलाकी गेट में फोटो स्टूडियो चलाते हैं। सिंगल दम्पत्ति के माधव व सोहम दो ही बेटे थे। माधव सातवीं कक्षा और छोटा सोहम 5वीं कक्षा का छात्र था।
सोमवार को गुरुग्राम में सौरभ के मामा के बेटे शादी है। सौरभ की मां शन्नो देवी शादी में शरीक होने के लिए पहले ही गुरुग्राम चली गई थी। रविवार को घर पर सौरभ की पत्नी हिमानी और दोनों बेटे थे। उन्हें भी शादी में जाना था।
माधव सैलून पर कटिंग करवाने गया हुआ था। मां हिमानी ने बेटे सोहम को नहाने को कहा तो सोहम बोला एक बार भाई माधव को आने दो। हम दोनों एक साथ ही नहाएंगे। कुछ देर बाद माधव कटिंग करवाकर लौटा तो दोनों भाई बाथरूम में नहाने चले गए।
मम्मी ने आवाज लगाई तो बोले- जल्द आते हैं बाहर, फिर 5 मिनट बाद मिले बेसुध
काफी देर तक वे बाहर ना निकले तो हिमानी ने जल्दी नहाने की आवाज लगाई। तब उन्होंने अंदर से जवाब दिया कि ठीक है मम्मी, जल्द बाहर आते हैं। वे फिर भी बाहर नहीं निकले। हिमानी ने बाथरूम के गेट के आगे आकर आवाज लगाई तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इसके पांच ही मिनट बाद जब हिमानी ने स्वयं जाकर बाथरूम का गेट खोलकर देखा तो दोनों बेटे फर्श पर बेसुध हालत में पड़े थे।
दोनों बेटों को इस हालत में देख हिमानी की चीख निकल गई। चीख पुकार सुनकर पड़ोसी दौड़कर उनके घर पहुंच गए। आनन-फानन में दोनों को निजी अस्पताल में दाखिल करवाया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। रविवार शाम करीब 6 बजे को दोनों का दाह संस्कार कर दिया गया। दोनों बच्चों के आकस्मिक निधन के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बाथरूम की खिड़कियां बंद थीं
जिस बाथरूम में दोनों भाई नहाने गए थे, उसकी खिड़कियां बंद थीं। वहीं नहाते समय बच्चों ने बाथरूम का दरवाजा बंद कर लिया। बाथरूम में वेंटिलेशन का कोई जरिया नहीं रहा, जिस कारण यह दर्दनाक हादसा हुआ।
परिजनों ने नहीं करवाया पोस्टमार्टम
उधर परिजनों ने दोनों ही बच्चों का पोस्टमार्टम नहीं करवाया। शाम को ऋषि नगर स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। हर व्यक्ति की जुबां पर एक ही बात थी कि परिवार पर भारी विपदा आई है। हालांकि रविवार को बाजार बंद रहता है। मगर फिर भी कुछ दुकानें खुली हुईं थी। मगर जैसे ही व्यापारियों को इस दर्दनाक हादसे की जानकारी मिली तो सभी ने अपनी दुकानें बंद कर ली और हर काेई परिवार को इस विपदा की घड़ी में सांत्वना देने पहुंचा।