मुजफ्फरनगर। किसानों के आंदोलन के दबाव के बाद बिजली विभाग ने निजी नलकूपों की विद्युत आपूर्ति को लेकर नया शेड्यूल जारी किया है। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) पिछले तीन दिनों से बिजली कटौती के विरोध में आंदोलन कर रही थी। नए शेड्यूल में किसानों की बिजली आपूर्ति कम कर दी गई थी, जिसे लेकर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने प्रबंध निदेशक से मुलाकात कर विरोध दर्ज कराया था।
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26 मई को मेरठ, सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल के सभी जनपदों में किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया और ज्ञापन देकर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। किसानों का कहना था कि गेहूं की फसल कटाई के इस महत्वपूर्ण समय में बिजली कटौती से उन्हें भारी नुकसान होगा।
बिजली विभाग का तर्क और नया शेड्यूल
बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गर्मी के मौसम में बिजली तारों में स्पार्किंग के कारण गेहूं के खेतों में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए विद्युत आपूर्ति के समय में बदलाव किया गया है।
नए शेड्यूल के तहत:
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MP-1AG – सुबह 04:00 से 11:00 बजे तक और शाम 16:00 से 18:00 बजे तक
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MP-2AG – सुबह 04:15 से 11:15 बजे तक और शाम 16:15 से 18:15 बजे तक
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भाकियू ने दी चेतावनी, 12 घंटे बिजली की मांग जारी
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने नए शेड्यूल का स्वागत किया है, लेकिन किसानों के लिए 12 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति की मांग जारी रखी है। यूनियन के नेताओं ने कहा कि बिजली विभाग को किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेना होगा, अन्यथा आंदोलन जारी रहेगा।
किसानों की प्रमुख मांगें:
गर्मी के मौसम में पर्याप्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
पुराने और जर्जर बिजली तारों को बदला जाए, ताकि स्पार्किंग और आग की घटनाओं से बचा जा सके।
किसानों को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिले, ताकि उनकी फसल सुरक्षित रहे।
भाकियू (अराजनैतिक) के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने स्पष्ट किया कि अगर किसानों की मांगों पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो यूनियन बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होगी।