लखनऊ। योगी आदित्यनाथ की सरकार प्रदेश में क्रियाशील और निर्णाणाधीन गौ आश्रय स्थलों के भरण पोषण के लिए गो आश्रय पोर्टल के माध्यम से डीबीटी के जरिए भुगतान करेगी। जुलाई का भुगतान डीबीटी के ही माध्यम से किया जाएगा। 10 जुलाई से डीबीटी प्रक्रिया से धनराशि हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र के समक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किए गए प्रस्तुतिकरण में यह जानकारी दी गई है।
करीब 06 हजार आश्रय स्थलों का डाटा अपलोड
जानकारी के अनुसार, गो-आश्रय पोर्टल पर 5919 आश्रय स्थलों के डाटा अपलोड एवं लॉक कर दिए गए हैं। डीबीटी के लिए 05 जुलाई को मास्टर ट्रेनर की ट्रेनिंग होगी, जबकि 07 जुलाई को समस्त सम्बंधित खंड विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत, विकास अधिकारी, लेखपाल का प्रशिक्षण होगा। 10 जुलाई को डीबीटी प्रक्रिया से धनराशि हस्तांतरण हेतु प्रक्रिया प्रारंभ होगी। वहीं, सुपुर्दगी के सहभागियों का आधार फीडिंग एकाउंट वैरिफिकेशन की कार्यवाही चल रही है। माह जुलाई का भुगतान डीबीटी के माध्यम से किया जाएगा।
डीबीटी के लिए अलग-अलग खाते जरूरी
मुख्य सचिव को जानकारी दी गई कि ललितपुर, चित्रकूट, झांसी, बुलंदशहर, जौनपुर, फर्रुखाबाद, मेरठ, जालौन, बहराइच, फतेहपुर में आधार फीडिंग बहुत कम है। वहीं, हापुड़, फिरोजाबाद, आगरा, बांदा एवं गोरखपुर में कई आश्रय स्थल एक ही एनजीओ के द्वारा संचालित हैं जिनका खाता नंबर भी एक हैं। प्रत्येक आश्रय स्थल के अलग-अलग खाते डीबीटी के लिए आवश्यक हैं।