कराची| कराची में अहमदी समुदाय की मस्जिद में अज्ञात उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना तब हुई जब अज्ञात लोगों ने समुदाय के खिलाफ नारे लगाते हुए मस्जिद की मीनारों को तोड़ दिया। समुदाय के सदस्यों के अनुसार, अल्पसंख्यक समुदाय के लिए अहमदिया हॉल, 1950 के दशक में बनाया गया था।
मस्जिद में तोड़फोड़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा गया है कि घटनास्थल के बाहर तैनात पुलिसकर्मी उपद्रवियों को दूर रखने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्हें नियंत्रित करने में असमर्थ थे। पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है।
एसएचओ प्रीदी सज्जाद खान ने कहा कि समुदाय के लोग पुलिस के संपर्क में हैं। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून से बात करते हुए खान ने कहा कि उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि अगर समुदाय आगे नहीं आया तो हम मामला दर्ज करेंगे।
अहमदी समुदाय के प्रवक्ता आमिर महमूद ने घटना की निंदा की और अफसोस जताया कि पुलिस उपद्रवियों को नियंत्रित करने में विफल रही। उन्होंने कहा कि हाल ही में, पूरे पाकिस्तान में उनके समुदाय से संबंधित मस्जिदो को निशाना बनाया जा रहा है।
महमूद ने कहा कि मार्टिन रोड पर स्थित एक अन्य मस्जिद में 18 जनवरी को तोड़फोड़ की गई थी। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, मामला दर्ज किया गया था, लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया था।
समुदाय के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा था कि वे ऐसी घटनाओं के बाद असुरक्षित महसूस करते हैं और दोनों हमलों के मामले को अदालत में पेश किया गया था।