लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने लखनऊ में पत्रकारों से वार्ता में कहा कि राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और समाजवादी पार्टी (सपा) चौधरी चरण सिंह की विचारधारा को मानने वाली पार्टियां हैं। यह गरीब, शोषित, वंचित लोगों के लिए काम करने वाली पार्टियां हैं।
नरेश उत्तम पटेल ने जयंत चौधरी के पाला बदलने पर कहा कि जहां विचारधारा की लड़ाई चल रही हो, वहां पर दूसरा कोई मत नहीं होता। जयंत चौधरी रालोद के मुखिया है और रालोद का अभी भी समाजवादी पार्टी से गठबंधन है। यह गठबंधन टूटने वाला नहीं है।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि एनडीए के साथ गठबंधन की चर्चाएं केवल अफवाह मात्र है। किसी से मिलने या वार्ता की बातें बेबुनियाद है। जयंत चौधरी आने वाले समय में अखिलेश यादव के साथ दिखायी देंगे। मुजफ्फरनगर की जिस सीट को लेकर अभी तक विवाद बताया जा रहा था, वो भी समाप्त हो गया है।
रालोद के पदाधिकारियों की माने तो भाजपा के नई दिल्ली में बैठे संगठन पदाधिकारियों से रालोद अध्यक्ष की गलत व्याख्या की जा रही है। रालोद पश्चिम उत्तर प्रदेश की बड़ी पार्टी है तो उसे ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने का अधिकार है। पिछले लोकसभा चुनाव में गलत निर्णय से ही तीन सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था।
इससे पहले समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, शिवपाल यादव और डिम्पल यादव ने अपने बयान में कहा कि जयंत चौधरी एक पढ़े लिखे व्यक्ति है तो सोच समझ कर ही कोई निर्णय लेगें। पहले से रालोद और सपा के अच्छे रिश्ते हैं।