शामली। अवैध नशीली दवाईयां बेचने की शिकायत पर निरीक्षण करने पहुंची ड्रग्स इंस्पेक्टर का मेडिकल स्टोर संचालकों ने विरोध करते हुए निरीक्षण नही करने दिया। मेडिकल स्टोर संचालकों ने ड्रग्स इंस्पेक्टर पर बार बार निरीक्षण कर मेडिकल स्टोर संचालकों का शोषण करने का आरोप लगाते हुए दुकाने बंद कर धरना प्रदर्शन किया।
बुधवार को ड्रग्स इंस्पेक्टर निधि पांडे को लखनऊ हैंड ऑफिस से सूचना प्राप्त हुई कि शामली के अस्पताल रोड पर राशि मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा सरकार द्वारा बंद की गई प्रतिबंधित दवाईयों को बेचा जा रहा है। जिसकी सूचना पर शामली ड्रग्स इंस्पेक्टर निरीक्षण करने पहुंची तो मेडिकल स्टोर चालकों ने निरीक्षण के नाम पर ड्रग्स इंस्पेक्टर पर शोषण करने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।कैमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन शामली के अध्यक्ष दीपक गुप्ता ने बताया कि ड्रग्स इंस्पेक्टर निधि पांडे पुलिस फोर्स के साथ पहुंची थी।
नियम है कि तीन महीने में एक बार निरीक्षण किया जाता है, लेकिन तीन महीने में लगातार तीसरी बार निरीक्षण कर लगातार शोषण करने का काम किया जा रहा है। जिसका विरोध करते हुए दुकाने बंद कर मेडिकल स्टोर संचालकों ने सडक पर ही दरा बिछाकर विरोध प्रदर्शन किया। दीपक गुप्ता ने बताया कि पूर्व में कई बार ड्रग्स इंस्पेक्टर की शिकायत की जा चुकी है और उसी का दबाव बनाया जा रहा है। इस अवसर पर कुलदीप गोयल, संजय त्यागी, संजीव कुमार, अनिल मलिक, पवन संगल, अमित, पंकज गुप्ता आदि मौजूद रहे।
वही दूसरी ओर ड्रग्स इंस्पेक्टर निधि पांडे ने बताया कि हैड क्वार्टर से लिस्ट आई थी, कि प्रतिबंधित कोडिन का सिरप बेची जा रही है। जो दवाईयां प्रतिबंधित है उनका राशि मेडिकल स्टोर पर निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे। ऐसी करीब 55 हजार दर्वाईयां क्रय विक्रय की गई, जिनकी जानकारी मांगी गई है। उक्त मेडिकलन संचालक नारकोटिस बेचते है। रूटीन निरीक्षण किया गया। इससे पहले 6 माह पहले निरीक्षण हुआ था। ड्रग्स एक्ट के अनुसार किसी भी समय निरीक्षण किया जा सकता है। इनके यहां कमियां मिली है जिसकी रिपोर्ट लखनऊ और ड्रग्स विभाग के असिस्टेट कमिश्नर सहारनपुर को भेजी जा रही है।