मीरापुर। व्यापार करने के नाम पर कई लोगो से करोडो रुपये की ठगी करने वाले गैंग के विरूद्ध एसएसपी के आदेश पर समस्त आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज होने के बावजूद पीडित थाने के चक्कर काट रहा है। एक माह बीत जाने के बाद भी किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी न होने के कारण पीड़ितों में स्थानीय पुलिस के प्रति रोष व्याप्त है।
गुडगांव हरियाणा के मकान नं ०7, इमार गार्डन सेक्टर 1०7 निवासी अमित पुत्र कृष्णलाल ने बताया कि दिसम्बर 2०23 में नेपाल घूमने जाने के दौरान उनकी मुलाकात खुशनसीब अंसारी पुत्र मौ. यामीन निवासी ग्राम मुझेडा सादात, थाना मीरापुर से हुई थी। खुशनसीब अंसारी ने व्यापार करने का लालच देकर 11 लाख 72 हजार रूपये ले लिये व जल्द ही रूपये डबल करने का लालच दिया। लालच में आकर अमित द्वारा अपने अन्य साथियों से भी खुशनसीब अंसारी व उसके परिजनो को करोडो रूपये व्यापार में लगाने के लिए दिला दिये।
कुछ दिनो बाद खुशनसीब अंसारी अपने परिजनों के साथ नेपाल से फरार हो गया। अमित ने बताया कि खुशनसीब ने नेपाल निवासी सिद्धांत से 35 लाख, नेपाल निवासी अर्जुन से 25 लाख, कृष्ण से 9 लाख, अजय से 4० लाख आदि कई व्यापारियों से भी लाखों रूपये ठग लिये। अमित कुमार ने 7 फरवरी 2०24 को एसएसपी के आदेश पर खुशनसीब, उसकी पत्नी मुस्कान अंसारी उर्फ अस्मिता नेपाली, मोनू, मौ. आरिफ, अमिर अंसारी, मौ. आमिर, खुशनसीब की माता, नदीम के विरूद्ध धोखाधडी व ठगी का मुकदमा थाना मीरापुर में दर्ज करा दिया था। एक माह बीत जाने के बाद भी पीडित थाने के चक्कर काट रहा है। नामजद किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी न होने के कारण पीड़ितों में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त है। इंस्पेक्टर मीरापुर रवेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि मामले में विवेचना चल रही है। जो भी तथ्य सामने आयेंगे जांच कर उचित कार्यवाही की जायेगी।