नयी दिल्ली। लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य राजीव प्रताप रूडी ने आज मांग की कि केन्द्रीय विश्वविद्यालयों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों में गुणवत्ता बढ़ाये जाने की जरूरत है तभी छात्रों की रोज़गार के लिए उपयुक्तता को बढ़ाया जा सकेगा।
रूडी ने तेलंगाना में एक जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना के उद्देश्य से कल पेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2023 पर चर्चा को आगे बढ़ाते हुए यह कहा। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय विश्वविद्यालयों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों में गुणवत्ता के अभाव में रोज़गारपरकता कम हो रही है। गुणवत्ता बनाये जाने की जरूरत है तभी छात्रों की रोज़गार के लिए उपयुक्तता को बढ़ाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा का वास्तविक मकसद एक अच्छा इंसान का निर्माण होना चाहिए।
कांग्रेस के के. सुरेश ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्रों के साथ भेदभाव और दलित विद्वानों के साथ अन्याय को समाप्त करने के लिए समुचित कदम उठाने होंगे।
शिवसेना के राहुल शैवाले ने कहा कि महाराष्ट्र में मध्यप्रदेश के बाद दूसरी सबसे बड़ी जनजातीय आबादी रहती है। अत: महाराष्ट्र में भी जनजातीय विश्वविद्यालय स्थापित किया जाना चाहिए।
जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के हसनैन मसूदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर में एक पर्यटन एवं आतित्थ विश्वविद्यालय खोला जाना चाहिए ताकि राज्य में युवाओं को पर्यटकों की सेवा के लिए उचित प्रशिक्षण की सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में आने वाले वर्ष में तीन करोड़ पर्यटकों के आने की संभावना है।
ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लमीन के इम्तियाज़ ज़लील ने कहा कि केन्द्रीय विश्वविद्यालयों एवं शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों से 19 हजार से अधिक दलित आदिवासी एवं पिछड़े वर्ग के छात्रों ने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी है। इसका कारण जातिवाद एवं भ्रष्टाचार है।