नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को वोटिंग से हटाने के बारे में एलन मस्क के विचारों को एक व्यापक आम बयान बताते हुए रविवार को कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क को भारत आकर कुछ सीख लेनी चाहिए।
एलन मस्क ने एक पोस्ट में कहा था कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म कर दिया जाना चाहिए क्योंकि मानव या एआई द्वारा हैक किए जाने का जोखिम अभी भी बहुत अधिक है। उनकी इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है। उन्होंने कहा, “यह एक बहुत बड़ा आम बयान है, जिसका मतलब है कि कोई भी सुरक्षित डिजिटल हार्डवेयर नहीं बना सकता। यह गलत है।” चंद्रशेखर के अनुसार, एलन मस्क के सोचने-समझने का तरीका अमेरिका और अन्य स्थानों पर लागू हो सकता है, जहां पर वे इंटरनेट से जुड़ी वोटिंग मशीन बनाने के लिए रेगुलर कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। एलन मस्क ने प्यूर्टो रिको के प्राथमिक चुनावों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी, जिसमें कथित तौर पर मतदान में अनियमितताएं सामने आई थीं।
चंद्रशेखर ने मस्क के बयान को खारिज करते हुए कहा कि भारतीय ईवीएम कस्टम-डिजाइन किए गए हैं, सुरक्षित हैं और किसी भी नेटवर्क या मीडिया से अलग हैं। कोई कनेक्टिविटी नहीं, कोई ब्लूटूथ, वाई-फाई, इंटरनेट नहीं; कोई रास्ता नहीं है। फैक्ट्री-प्रोग्राम्ड कंट्रोलर जिन्हें दोबारा प्रोग्राम नहीं किया जा सकता है।” चंद्रशेखर ने कहा, “इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को ठीक उसी तरह से डिजाइन और बनाया जा सकता है, जैसा कि भारत ने किया है। एलन, हमें एक ट्यूटोरियल चलाने में खुशी होगी।