Monday, December 23, 2024

बाप-दादा की कमाई खाकर जीने वालों को रोजगार की समझ नहीं- मोदी

हाजीपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के रोजगार के वादे पूरे नहीं करने के कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी प्रसाद यादव समेत पूरे विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए आज कहा कि बाप-दादा की कमाई खाकर जीने वालों को रोजगार की समझ नहीं है।

 

मोदी ने सोमवार को यहां लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के उम्मीदवार चिराग पासवान के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा में अपने संबोधन के दौरान रोजगार सृजन की दिशा में अपनी सरकार के किए गए कार्यों काे गिनवाते हुए कहा कि उनके सेवाकाल में देश की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है और जब अर्थव्यवस्था आगे बढती है तो उतने ही रोजगार के मौके पैदा होते हैं। पिछले दस साल में बिहार में 1400 नई रेललाइनें बिछाई गई। 400 से अधिक रेलवे फ्लाइओवर और बाइपास बनाए गए। उन्होंने पूछा कि बिना रोजगार के ये काम हुआ होगा क्या। छूमंतर करके जैसे ये लोग रुपये ले जाते हैं वैसे पुलिया बन जाती है क्या। किसी को तो रोजगार मिला होगा न तब जकार ये विकास के काम हुए होंगे।

 

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दस साल में बिहार में 3300 किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्ग बने हैं। इतने लंबे राजमार्ग बिना रोजगार दिए बन जाते हैं क्या। लगातार चौड़े हो रहे हाईवे और एक्सप्रेसवे हो, बिहार में खाद कारखाने का काम हो, थर्मल पावर प्लांट हो, गंगा नदी पर बन रहे अनेको बड़े पुल हों, पटना में मेट्रो का चल रहा काम हो, प्राकृतिक गैस का नेटवर्क हो या गांव-गांव में उज्ज्वला के तहत गैस पहुंचाने का नेटवर्क हो, ये सब रोजगार की गारंटी होते हैं। लेकिन, जो अपने बाप दादा की कमाई खाकर जीते हैं उनको रोजगार क्या होता है इसकी समझ नहीं है।

 

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने तय किया है कि बिहार के 90 से अधिक रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाया जाएगा। क्या यह बिना रोजगार पैदा किए हो पाएगा। पिछले 10 साल में मोदी ने देश के चार करोड पक्के घर बनाकर गरीबों को दिए हैं। अकेले बिहार में 40 लाख पक्के घर बनाए गए हैं। इन घरों के लिए इस्तेमाल किए गए सीमेंट, सरिया, ईंट और भी तो मुहल्ले की दुकान से ही आया होगा। इन सबका का लाभ बिहार के नौजवानों को ही तो हुआ है। उन्हें व्यापार रोजगार कारोबार के नए अवसर मिले हैं।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,303FansLike
5,477FollowersFollow
135,704SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय