गाजियाबाद। गाजियाबाद पुलिस ने रॉ एजेंट बनकर नौकरी लगवाने के नाम पर फ्रॉड करने वाले तीन लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया है। इनसे रक्षा मंत्रालय, रेल मंत्रालय की कई फर्जी मिली हैं।
डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया, पकड़े गए आरोपी अनिकेत दत्ता निवासी पश्चिम बंगाल, मुकुल वर्मा, अभिषेक शर्मा निवासी गाजियाबाद हैं। पूछताछ में अनिकेत दत्ता ने बताया कि वो खुद को रक्षा मंत्रालय की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग में तैनात होना बताता था। अनकेत से हरविंदर सिंह नाम की आईडी भी मिली है, जिस पर उसे भारतीय वायुसेना में स्क्वाड्रन लीडर बताया हुआ है। भारतीय थलसेना लिखा हुआ फर्जी ऑफर लेटर भी आरोपियों से बरामद हुआ है।
पूछताछ में तीनों आरोपियों ने बताया कि वो एक-दूसरे को रक्षा मंत्रालय के अधीन बताते थे और बेरोजगारों को अपने जाल में फंसाते थे। वे उन्हें नौकरी लगवाने का झांसा देते थे और रकम ऐंठते थे। कई बार वो ऐसे बेरोजगारों को फर्जी नियुक्ति पत्र तक थमा देते थे। इस गिरोह में मुकुल वर्मा का काम अपने लैपटॉप पर फर्जी आईडी और फर्जी नियुक्ति पत्र बनाना होता था। अभिषेक शर्मा ऐसे लोगों को ढूंढता था, जो नौकरी की तलाश में भटक रहे होते हैं। जब ऐसे बेरोजगार मिल जाते थे तो वो उनकी मुलाकात अनिकेत दत्ता से कराता था। अनिकेत दत्ता खुद को बड़ा अधिकारी बताकर उन लड़कों के इंटरव्यू लेता था। ये तीनों प्रत्येक बेरोजगार से करीब सवा लाख रुपए लेते थे। आरोपियों ने अभी तक 12 लड़कों से ठगी करने की बात कुबूली है।
डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि पिछले दिनों न्यू पंचवटी कॉलोनी निवासी रविपाल और उनके साले मुकेश आर्य ने फर्जी डॉक्यूमेंट्स तैयार कर सेना व रेलवे में नौकरी के नाम पर साढ़े तीन लाख रुपए ठगने का मुकदमा नगर कोतवाली में दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने इस केस की जांच-पड़ताल शुरू की और गैंग को पकड़ने में सफलता हासिल हुई।