मुजफ्फरनगर/खतौली। संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने नावला कोठी पर हाईवे जाम कर धरना दिया। दिल्ली कूच को निकले पंजाब के किसानों द्वारा शंभू बॉर्डर की जा रही ज्यादती के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बन्द के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं के साथ ग्रामीणों ने नावला कोठी मंसूरपुर में हाईवे पर प्रात: दस से दोपहर दो बजे तक धरना दिया।
दोपहर बाद धरनारत किसानों के बीच पहुंचे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि अपनी फसल और जमीन को बचाने के लिए किसानों को संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा। जब तक किसान सरकार के विरुद्ध अपनी आवाज़ बुलंद नहीं करेगा तब तक देश के अन्नदाताओ का भला होने वाला नही है। उन्होंने हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों के साथ की जा रही बर्बरता पर अक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों का आंदोलन दिल्ली के खिलाफ है ना कि हरियाणा के। भाजपा को पूंजीपतियों और उद्योगपतियों की हितैषी सरकार बताते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया में पूंजीवाद हावी हो रहा है। सरकारी अधिकारियों पर बेलगाम होकर कार्य करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राजा का चेहरा अधिकारियों की कलम में दिखाई दे रहा है।
अधिकारी किसानों के काम करने के बजाए इन्हें मिश्री को शहद में लपेटकर दे रहे हैं। कहा कि खेती ज़मीन बचेगी तभी किसान बचेगा। भारतीय जनता पार्टी किसानों की ज़मीन छीनने का प्रयास कर रही है। अपनी ज़मीन बचाने के लिए किसानों को संगठित होकर आंदोलन करना पड़ेगा। चौधरी राकेश टिकैत ने ज़मीन खेती बचाने के लिए संगठन के साथ ही अपने ट्रैक्टर मज़बूत बनाने का आव्हान किसानों से किया। चौधरी राकेश टिकैत ने बताया कि शनिवार आज को सिसोली में पंचायत आहूत की गई है, जिसमे विचार विमर्श के बाद रणनीति बनाकर आगे घोषणा की जायेगी।
हाईवे पर धरना देने वालों में भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, प्रदेश महासचिव श्यामपाल चेयरमैन, प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान, ब्लाक अध्यक्ष सतेन्द्र सिंह चौहान, तहसील अध्यक्ष राहुल अहलावत, नगर अध्यक्ष राकेश चौधरी, युवा जिलाध्यक्ष कपिल सोम, जुल्फिकार, रंधोल राठी, आशू त्यागी, प्रमोद अहलावत, विदेश मोतला, राजवीर सिंह, अंकुश प्रधान, अंकित राठी, सुमित, फुरकान मलिक, टीटू राठी, सचिन चौधरी आदि कार्यकर्ता शामिल रहे। धरने की अध्यक्षता अली हसन व संचालन प्रवेन्द्र ढाका ने किया।