नई दिल्ली। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख राजमार्गों पर पहली अप्रैल से सफर महंगा हो जाएगा। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे और गाजियाबाद-अलीगढ़ हाइवे पर 31 मार्च रात 12 बजे से टोल दर 10 प्रतिशत बढ़ जाएगी। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने नई दरों की सूची जारी की है।
दोनों राजमार्गों पर रोजाना चलने वाले करीब एक लाख 20 हजार वाहन चालकों पर इसका असर पड़ेगा। अकेले दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर टोल वृद्धि से पहले साल 10.95 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई सरकार को होगी।
एनएचएआई गाजियाबाद के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार के मुताबिक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर बढ़ने वाली टोल दर की सूची मिल गई है। इसे परतापुर (मेरठ) के काशी टोल प्लाजा पर चस्पा कराया जा रहा है, ताकि वाहन चालकों को पहले से जानकारी हो सके। निजी वाहनों पर पांच रुपये और कमर्शियल वाहनों पर 15 से 20 रुपये तक टोल बढ़ाया गया है। दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ तक अब कार चालकों को 160 रुपये टोल चुकाना पड़ेगा। पहले यह 155 रुपये था।
नई टोल दर के मुताबिक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर हल्के चार पहिया वाहन चालक को अब 155 रुपये की जगह 160 रुपये देने होंगे। कमर्शियल चार पहिया वाहनचालकों को 245 रुपये की जगह 260 रुपये का टोल चुकाना होगा। छह टायरा ट्रक और बस चालकों को 520 रुपये की जगह 545 रुपये देने होंगे। 10 टायरा बड़े ट्रक चालकों को 565 रुपये की जगह अब 595 रुपये देने होंगे। 12 टायरा बड़े कमर्शियल वाहन चालकों को 815 रुपये के स्थान पर अब 855 रुपये देने होंगे। ट्रॉला ट्रक चालकों को 990 रुपये की जगह अब 1040 रुपये का टोल देना होगा।
गाजियाबाद-बुलंदशहर-अलीगढ़ हाइवे पर भी 31 मार्च की रात 12 बजे से 10 प्रतिशत टोल टैक्स बढ़ जाएगा। एनएच-91 पर दो टोल प्लाजा पड़ते हैं। पहला बुलंदशहर जिले के लुहारली और दूसरा अलीगढ़ जिले के गभाना में है। इन दोनों टोल प्लाजा से प्रतिदिन करीब 80 हजार वाहन गुजरते हैं। लुहारली टोल प्लाजा पर अभी तक कार का टोल टैक्स 135 रुपये लगता है।