नई दिल्ली। लोकसभा में मंगलवार को दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में गिराए गए परमाणु बम के कारण मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई और पीड़ित लोगों को याद किया गया।
मंगलवार को सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज से 79 वर्ष पूर्व 6 अगस्त और 9 अगस्त 1945 को क्रमशः हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर परमाणु बम गिराए गए थे, जिसके परिणामस्वरूप हजारों व्यक्तियों की मृत्यु हो गई थी और लाखों लोग घायल हुए थे या जीवन भर के लिए अपंग हो गए थे। इस घटना ने पहली बार मानवता का परमाणु बम की विभीषिका से परिचय कराया था। उन्होंने कहा, इस घटना के इतने वर्षों बाद भी हिरोशिमा और नागासाकी के निवासी परमाणु विकिरण के खतरनाक दुष्प्रभावों को झेल रहे हैं।
ओम बिरला ने वैश्विक शांति के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए आगे कहा कि आज अवसर है कि हम विश्व को सामूहिक विनाश के हथियारों से मुक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को पुनः दोहराएं। यह सभा (लोकसभा) परमाणु हथियारों को समाप्त करने और वैश्विक शांति, सद्भावना और मैत्री की भावना के प्रसार के लिए सामूहिक रूप से संकल्प लेती है। लोकसभा के सभी सांसदों ने खड़े होकर और मौन रहकर जापान में परमाणु बम गिराए जाने से पीड़ित व्यक्तियों को याद किया।