उज्जैन। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले का जवाब देने के लिए भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को मिली सफलता पर उज्जैन में शुक्रवार को तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल हुए। उन्होंने तिरंगा थामकर घोड़े पर सवार होकर यात्रा की शुरुआत की। तिरंगा यात्रा शहीद पार्क से प्रारंभ हुई। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की सेना ने पाकिस्तान में दाखिल होकर दुश्मनों से बदला लिया। भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम और अदम्य साहस पर संपूर्ण देश को गर्व है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए दुनिया के सामने हमारी सेनाओं ने अदम्य साहस और शौर्य का प्रमाण दिया है। हमने एकजुट होकर विश्व को यह संदेश दिया कि दुश्मन कितना ही चालाक क्यों न हो, हम अपनी एकता को अक्षुण्ण रखेंगे।
राष्ट्रीय एकता सर्वोपरि है, इसे यदि शत्रु ने हानि पहुंचाने की कोशिश की, तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। तिरंगा यात्रा में बग्गियों पर सवार शहीदों के परिजनों को प्रणाम करते हुए मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि तिरंगा हमारे देश की आन, बान और शान है। इसकी मर्यादा का सदैव ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि लगातार तिरंगा यात्राओं के माध्यम से पूरी दुनिया में संदेश जा रहा है कि हम सभी भारतीय एकजुट होकर समय आने पर देश की रक्षा के लिए सर्वस्व बलिदान कर सकते हैं। तिरंगा यात्रा शहीद पार्क से प्रारंभ होकर शहर के प्रमुख मार्गों चामुण्डा माता चौराहा, देवास गेट चौराहा, मालीपुरा, दौलतगंज चौराहा से होती हुई फव्वारा चौराहे पर समाप्त हुई। यात्रा में पुलिस बैंड, बोहरा समाज के बैंड और अन्य बैंड शामिल हुए। यात्रा के दौरान देशभक्ति के गीतों की भावविभोर प्रस्तुतियां दी गईं। सभी धर्म और समाज के लोगों ने यात्रा में सहभागिता की। विभिन्न स्थानों पर बनाए गए स्वागत मंच के द्वारा यात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। यह यात्रा उन जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए भी निकाली गई जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है।