मीरापुर (मुज़फ्फरनगर)। सुबह की पूजा और प्रभु के दर्शन के लिए निकले एक दंपति को क्या पता था कि यह यात्रा उनकी जिंदगी की आखिरी होगी। थाना मीरापुर क्षेत्र के गरक़म सिखरेड़ा गांव में शुक्रवार की सुबह श्रद्धा से भरे बालेन्द्र (38) और उनकी पत्नी कामेश (35) की तेज रफ्तार ट्रक ने जान ले ली। यह हादसा दिल्ली-पौड़ी राजमार्ग पर हुआ, जब दोनों मंदिर के लिए सड़क पार कर रहे थे।
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प्रतिदिन की भांति इस दिन भी बालेन्द्र और कामेश सुबह 4:30 बजे शिव मंदिर के दर्शन के लिए घर से निकले थे। लेकिन जैसे ही वे मंदिर पहुंचने से कुछ ही दूरी पर थे, तभी बिजनौर की ओर से आ रहा एक अनियंत्रित ट्रक उन्हें रौंदता हुआ निकल गया। घटना स्थल पर ही कामेश की मौके पर मौत हो गई, जबकि बालेंद्र को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ घंटे बाद उन्होंने भी दम तोड़ दिया।
दंपति की मौत की खबर गांव में आग की तरह फैली और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। जब दोनों के शव गांव पहुंचे, तो हर आंख नम थी और पूरा माहौल शोकाकुल हो गया। शाम को दंपति का अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें सैकड़ों ग्रामीणों ने अश्रुपूरित नेत्रों से विदाई दी।
बालेन्द्र और कामेश अपने पीछे एक छोटी बच्ची रानी और एक छोटा बेटा भारती छोड़ गए हैं, जो अब अपने माता-पिता की ममता और साए से हमेशा के लिए वंचित हो गए हैं। पुलिस ने अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से आरोपी चालक की जल्द गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को सहायता देने की मांग की है।