नोएडा। दिल्ली एनसीआर के स्कूल, कालेजों, यूनिवर्सिटी व पीजी में रहकर पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को प्रतिबंधित ई-सिगरेट और गांजा बेचने वाले एक गिरोह के दो शातिर बदमाशों को क्विक रिस्पांस टीम और थाना सेक्टर-20 पुलिस ने एक संयुक्त कार्रवाई के तहत गिरफ्तार किया है। बदमाशों के पास से प्रतिबंधित 2480 ई-सिगरेट और 4 किलो गांजा बरामद किया है। इस गैंग का सरगना पुलिस को चकमा देकर फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। बरामद ई-सिगरेट और गांजा की कीमत एक करोड़ से अधिक बताई जा रही है।
पुलिस उपायुक्त (अपराध) शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि थाना सेक्टर-20 पुलिस और क्विक रिस्पांस टीम ने एक संयुक्त कार्रवाई के तहत सेक्टर-18 डीएलएफ तिराहे के पास से शाहनवाज पुत्र शौकत तथा रवि कुमार पुत्र जवाहर सिंह को गिरफ्तार किया है। इन्होंने बताया कि बदमाशों के पास से 2480 प्रतिबंधित ई- सिगरेट, 4 किलो गांजा तथा घटना में प्रयुक्त होने वाला एक ऑटो रिक्शा बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि बरामद गांजा और सिगरेट की मार्केट में कीमत करीब एक करोड़ रुपए से अधिक है। डीसीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी गुरुग्राम के रहने वाले जितेंद्र बलिया उर्फ सोनू को माल सप्लाई करते हैं। वह इस गैंग का सरगना है। उन्होंने बताया कि जितेंद्र फरार है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि अभियुक्त रवि कुमार व शहनवाज ने पूछताछ के दौरान बताया कि गांजा और ई-सिगरेट का मालिक जितेन्द्र वालिया उर्फ केडी उर्फ सोनू पुत्र रामसनेही हमें माल सप्लाई करने के लिए देता है। जिसे हम दिल्ली नोएडा एनसीआर में स्कूल, कालेजों व यूनिवर्सिटी व पीजी में रहकर पढने वाले छात्र छात्राओं को फुटकर में बेचते है तथा जो पैसे की बचत होती है, उसे हम तीनों लोग आपस में बांट लेते है। इसकी माँग अधिक होने के कारण इसकी कीमत भी सामान्य गांजे व सामान्य सिगरेट से कई गुना अधिक हो जाती है।