मुजफ्फरनगर। जनपद पुलिस ने एक ट्रक में बने मेडिकल ऑक्सीजन चेंबर में हरियाणा से तस्करी कर बिहार ले जाई जा रही लाखों रुपए की अवैध शराब को मुखबिर द्वारा चेकिंग के दौरान बरामद किया गया है। इस दौरान पुलिस ने मौके से दो शराब तस्करों को भी गिरफ्तार किया है।
दरअसल नगर कोतवाली पुलिस को गुरुवार शाम मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कुछ शराब तस्कर हरियाणा से अवैध शराब तस्करी कर बिहार ले जा रहे हैं। जिसके चलते पुलिस ने शामली रोड स्थित काली नदी के पुल पर संदिग्ध वाहन चेकिंग अभियान चलाया हुआ था। इसी दौरान एक ट्रक को जब पुलिस ने रुकवा कर चेक किया तो ट्रक में मेडिकल ऑक्सीजन चैंबर के अंदर से शराब का जखीरा बरामद हुआ। जिसमें 90 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब की हरियाणा से तस्करी कर मुजफ्फरनगर होते हुए बिहार ले जाए जा रही थी। इस दौरान मौके से पुलिस ने दो शराब तस्कर अंकित और मंजीत निवासी हरियाणा को भी गिरफ्तार किया है।
गिरफ्त में आए दोनों शराब तस्करों ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि वह शराब तस्करी के नए-नए तरीके अपनाया करते थे वर्तमान में वह एक ट्रक में ऑक्सीजन सप्लाई करने की मशीन बनाकर उसमें अवैध शराब रखकर सप्लाई करने का काम करते थे, इन लोगों ने एक EVA बिल भी तैयार कर रखा था जिसे चैकिंग होने पर ये लोग पुलिस को दिखाते थे। जिसके चलते मेडिकल सप्लाई की चीज होने के कारण इनपर कोई शक नही करता था।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि थाना कोतवाली पुलिस द्वारा मुखबिर की सूचना पर शातिर शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से 90 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की है। वर्तमान में यह अपनी पिकअप में ऑक्सीजन सप्लाई करने की एक मशीन बनाकर उसमें ऑक्सीजन का एक छोटा सा सिलेंडर फिट करके उसमें शराब छुपा कर इसकी तस्करी कर रहे थे। अगर इन्हें कहीं बीच में रोका जाता है तो उसके लिए उन्होंने फर्जी eva बिल भी तैयार कर रखे थे। बताया कि सूचना पर इनको गिरफ्तार किया है व इनसे पूछताछ के बाद उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इनसे जो बरामदगी की गई है उसके आधार इनको न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। बताया कि 90 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की गई है जो यह हरियाणा से लेकर बिहार में सप्लाई करनी थी, लेकिन इसके बीच में और भी कई लोग इस कड़ी में शामिल रहे हैं। पुलिस इन सभी मूल्य के नाम प्रकाश में लाएगी और सभी की गिरफ्तारी इसमें सुनिश्चित की जाएगी।
पुलिस पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई इंशेशन सर्विस में आती है एवं मेडिकल सप्लाई ट्रांसपोर्ट की जाती है। उस पर पुलिस द्वारा शक कम किया जाता है एवं गाड़ी को चेकिंग में रुकवाया नहीं जाता और अगर कहीं रुकवा भी लिया जाता है तो इनको इमरजेंसी सर्विस ट्रांसपोर्ट करने के नाम का लाभ मिल जाता है। शातिर तरीके से कैबिनेट तैयार किया जिसमें प्रॉपर तरीके से वाल्व एवं सिलेंडर आदि फिट किए जाते है ताकि पुलिस की पकड़ से दूर रह सके।