ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में लाई गई डाटा सेंटर योजना के तहत हीरानंदानी ग्रुप समेत दो कंपनियों ने यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से संपर्क कर डाटा सेंटर के लिए 55 एकड़ जमीन मांगी है। इस जमीन के आवंटन होने से 19 हजार करोड़ का निवेश होगा। इससे हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार हीरानंदानी कंपनी ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में भी डाटा सेंटर बनाया है। यमुना प्राधिकरण द्वारा डाटा सेंटर की योजना लाई गई है, और इसकी अंतिम तिथि 28 फरवरी है।
सेक्टर-28 में मेडिकल डिवाइस पार्क के पास ही 100 एकड़ में डाटा सेंटर पार्क निर्माण की योजना है। इसमें 10-10 एकड़ के 3 भूखंड है। इनको खरीदने के लिए ई-नीलामी में भाग लेना होगा। डाटा सेंटर बनाने के लिए हीरानंदानी ग्रुप और सिफी इंडिया ने प्राधिकरण अधिकारियों से संपर्क करते हुए अपने प्रस्ताव भेजे हैं।
हीरानंदानी की ओर से 25 एकड़ तथा सीफी की ओर से 30 एकड़ जमीन मांगी गई है। डाटा सेंटर बनाने में सीफी की ओर से 11 हजार करोड़ और हीरानंदानी की ओर से 8 हजार करोड निवेश करने का दावा किया गया है।