दंतेवाड़ा/नारायणपुर/रायपुर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बारसूर थाना क्षेत्र के बारसूर-पल्ली मार्ग पर ब्रिज के पास शनिवार सुबह आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ 195 बटालियन के दो जवान घायल हो गए। नक्सलियों ने जवानों को निशाना बनाने के लिए बैनर और पोस्टर के नीचे आईईडी लगा रखी थी। इसकी चपेट में आने से जवान घायल हुए हैं। दोनों जवानों को अस्पताल भेज दिया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आर के बर्मन ने घटना की पुष्टि की है।
नक्सली दो दिसंबर से आठ दिसंबर तक पीएलजीए सप्ताह की 23वीं वर्षगांठ मनाने के लिए बारसूर-पल्ली मार्ग पर बड़ी संख्या में बैनर और पोस्टर लगाए हैं। यहीं पर नक्सलियों ने प्रेशर आईईडी में लगा रखी थी। उधर, पीएलजीए सप्ताह के पहले दिन शनिवार को नारायणपुर-ओरछा मार्ग में भी नक्सलियों ने सड़क पर पत्थर रखकर और पर्चे फेंककर जमकर उत्पात मचाया था। सुरक्षा बल के जवानों ने पत्थर हटाकर मार्ग बहाल किया है।
नक्सलियों की दहशत के चलते आज ओरछा जाने वाली बसें बंद हैं। साथ ही बीते दिनों आईईडी ब्लास्ट में दो मजदूरों की मौत का जिम्मेदार माइनिंग कंपनी के ठेकेदार एचएन झा को बताते हुए नक्सलियों ने जान से मारने की धमकी दी है। यह मामला छोटेडोंगर थाना इलाके का है।
11 महीनों में 54 नक्सलियों की मौतः पीएलजीए सप्ताह को लेकर माओवादियों के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो की प्रवक्ता नक्सली नेता समता ने प्रेस नोट जारी कर कहा है कि पिछले 11 महीनों में 54 नक्सलियों की मौत हुई है। आज (शनिवार) से 8 दिसंबर तक नक्सली पीएलजीए की 23वीं वर्षगांठ मनाएंगे। पिछले 11 माह में केंद्रीय समिति पोलित ब्यूरो सदस्य कटकम सुदर्शन समेत 54 नक्सलियों की मुठभेड़ और बीमारी सहित अन्य कारणों से मौत हो चुकी है। इनमें 17 महिलाएं शामिल हैं। प्रेस नोट के अनुसार सबसे ज्यादा दंडकारण्य में 26, बिहार, झारखंड में 9 ,तेलंगाना में 6 ,एमएमसी जोन में चार और ओडिशा में पांच नक्सलियों की मौत हुई है।