बागपत। उत्तर प्रदेश में बागपत के दोघट थाना क्षेत्र में विद्युत लाइन के फॉल्ट को ठीक कर रहे दो विद्युतकर्मियों की करंट लगने से मौत हो गई। मृतकों के परिजनों ने मुआवजे को लेकर हंगामा किया।
आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि दोघट क्षेत्र के गैडबरा गांव के जंगल में तेज आंधी आने से क्षतिग्रस्त हुई विद्युत लाइन को ठीक कर रहे दो संविदाकर्मियों तेजेंद्र निवासी धनौरा और प्रवेंद्र निवासी भड़ल की करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई। भड़ल गांव के किसानों ने बताया कि बीती रात में आंधी आने पर गैडबरा गांव के जंगल में बिजली लाइन के तार टूट गए थे। किसानों की सूचना पर ऊर्जा निगम के दो संविदा कर्मी लाइनमैन तेजेंद्र निवासी धनौरा और प्रवेंद्र निवासी भड़ल, निरपुड़ा गांव के बिजलीघर से शटडाउन लेने के बाद बिजली लाइन ठीक करने में जुट गए।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लाइन ठीक करते समय निरपुड़ा बिजलीघर से बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई जिससे बिजली लाइन ठीक कर रहे दोनों सविदा लाइनमैन करंट लगने से झु़लस गए और मौके पर ही मौत हो गई।
लाइनमैनों की मौत की जानकारी मिलते ही मृतकों के परिजन और ग्रामीण गैडबरा गावं के जंगल में पहुंचे। उन्होंने जानबूझकर बिजलीघर से आपूर्ति बहाल करने का आरोप लगाया।
ग्रामीणों ने वहां हंगामा शुरू कर दिया और दोघट पुलिस को शव नहीं उठाने दिया। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण नहीं माने। उन्होंने जिलाधिकारी और अधीक्षण अभियंता को घटनास्थल पर बुलाने की मांग की। साथ ही मृतकों के परिवार के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी और पचास पचास लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की।