गोरखपुर। योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर से सनसनीखेज खबर सामने आ रही है। दो ठगों ने सीएम (CM) योगी का नाम व पता इस्तेमाल करके देश भर के लोगों से करोड़ों रुपये ठग लिए हैं। दोनों ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में स्थित गोरखनाथ मठ के महंत भी हैं। उत्तर प्रदेश ही नहीं देश में उन्हें योगी के नाम से ही जाना जाता है। उत्तर प्रदेश के दो अलग-अलग शहरों के रहने वाले दो ठगों को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया है। लोग इन जालसाजों के झांसे में आसानी से आ जाएं इसके लिए इन्होंने अपने नाम में ‘योगी’ टाइटल जोड़ रखा था। कंपनी का नाम भी ‘योगी कॉर्पोरेशन ग्रुप ऑफ इंडिया’ रख रखा था। इतना ही नहीं कंपनी का पता इन्होंने गोरखनाथ मंदिर दर्शाया था।
गोरखपुर पुलिस ने जानकारी दी कि ‘योगी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया’ नामक संस्था बनाकर लोगों को बीजेपी संगठन में पद दिलाने का वादा करने वाले दो घोटालेबाजों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाने के लिए अपने नाम के साथ ‘योगी’ और पते के रूप में गोरखनाथ मंदिर दर्ज कर रखा था।
पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि गाजियाबाद निवासी हर्ष चौहान उर्फ योगी हर्षनाथ और महाराजगंज निवासी योगी केदारनाथ उर्फ केदारनाथ अग्रहरि को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। गैंगस्टर लगने से अब उनकी पूरी जिंदगी जेल में कटेगी। बताया कि पकड़े गए दोनों जालसाज पूरे देश में 1100 रुपये प्रति वर्ष पर सदस्यों का फर्जी रजिस्टे्रशन कर रहे थे। सदस्यों को वे लोग फर्जी आइकार्ड आदि पकड़ा देते थे और उनसे पैसे ले लेते थे। कुछ ही दिनों में दोनों ने मोटी रकम जमा कर ली। हालांकि, अब उनका बैंक खाता जब्त कर लिया गया है। बैंक खाते में 12 करोड़ रुपये की रकम जमा है।
गोरखपुर के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घोटालेबाजों ने 13 दिसंबर को ‘योगी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया’ के नाम से एक ‘एमएसएमई’ बनाई और अपने दावे को अधिक प्रामाणिक बनाने के लिए पता गोरखनाथ मंदिर का दे दिया। इतना ही नहीं दोनों घोटालेबाजों ने अपने नाम के आगे ‘योगी’ टाइटल जोड़ लिया था। योगी टाइटल के झांसे में लोग आ रहे थे।