नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने कुख्यात मेवाती गिरोह के दो सदस्यों को एटीएम से नकदी निकासी स्लॉट में एक उपकरण स्थापित करके कैश चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। आरोपियों की पहचान नाजिम हुसैन और मुबारिक के रूप में हुई है। दोनों आरोपी हरियाणा में पलवल के निवासी हैं। नाजिम हुसैन पहले हत्या और झपटमारी के दो मामलों में शामिल था।
पुलिस ने उनके कब्जे से एक देसी पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस, छह एटीएम कार्ड और एटीएम मशीनों से नकदी निकालने के लिए एक विशेष रूप से डिजाइन किया गया उपकरण भी बरामद किया है। साथ ही पुलिस के द्वारा अपराध में इस्तेमाल की गई एक स्विफ्ट कार को भी जब्त किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, दोनों एटीएम मशीन के नगदी (कैश) निकासी स्लॉट में विशेष रूप से डिजाइन किए गए उपकरण को स्थापित करते थे। जब कोई ग्राहक कैश निकालने की कोशिश करता तो मशीन से कैश नहीं निकलता था। जब ग्राहक परेशान होकर एटीएम बूथ से बाहर चला जाता था तब ये आरोपी उस यंत्र की मदद से कैश निकाल लेते थे।
द्वारका के डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने कहा कि 29 अप्रैल को मेवाती गिरोह के सदस्यों नजीम और मुबारिक के अवैध हथियार और गोला-बारूद ले जाने के संबंध में विशिष्ट इनपुट प्राप्त हुए थे। गुप्त सूचना में बताया गया था कि दोनों एक कार से विशेष रूप से डिजाइन किए गए उपकरण को एटीएम मशीन के निकासी स्लॉट में स्थापित करने के लिए छावला क्षेत्र में पहुंचेंगे।
डीसीपी ने कहा कि इसके बाद पुलिस की एक टीम गठित की गई। टीम छावला इलाके में पहुंची और जाल बिछाया गया। नाजिम और मुबारिक को गिरफ्तार कर लिया गया है।