मुरादाबाद । मुरादाबाद के थाना सिविल लाइंस क्षेत्र में शुक्रवार रात्रि में मंडलायुक्त आवास के पास दो थार गाड़ी में सवार होकर कुछ युवकों को रील बनाने के चक्कर में की गई फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करना महंगा पड़ गया है। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखने के बाद पुलिस संदेह के घेरे में लेकर संभल जिले के दोनों युवकों को रविवार को हिरासत में लिया है।
दोनों के पास से पुलिस ने दो थार गाड़ी भी कब्जे में ली है। रविवार को पूरे दिन सिविल लाइन थाने में आरोपित दोनों संदिग्ध युवकों से पूछताछ का सिलसिला चलता रहा। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया, सीओ सिविल लाइन अर्पित कपूर और थाना सिविल लाइन एसएचओ रामप्रसाद शर्मा ने सिविल लाइन थाने में घंटों पूछताछ की है। आज देर रात तक दोनों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
शुक्रवार रात्रि 01 बजकर 30 मिनट पर कुछ युवक दो थार गाड़ी में सवार होकर कमिश्नर आवास के सामने आकर रुके थे। गाड़ी में सवार युवकों ने कमिश्नर आवास के पास फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की। फिर रील भी बनाई। कमिश्नर आवास पर लगे कैमरों की फुटेज खंगाली गई तो युवकों की पूरी हरकत कैमरे में कैद मिली। बीती 16 जनवरी को भी इन्हीं दो थार गाड़ियों का मूवमेंट कमिश्नर आवास के पास दिखा। यह भी स्पष्ट हुआ कि ये गाड़ियां वहां से तीन बार निकली हैं।
इसे संदिग्ध मानते हुए कमिश्नर के पीए ने पुलिस को सूचना दे दी थी। कमिश्नर ने भी पुलिस अधिकारियों को पूरे घटनाक्रम की जांच करने को कहा था। जिसके बाद सिविल लाइन पुलिस ने आज संभल के दीपा सराय और खग्गू सरार निवासी दो संदिग्ध युवकों को उठा लिया। दोनों के पास से दो थार गाड़ी भी कब्जे में ले ली गई है। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में दोनों ने बताया, वह दोस्तों के साथ पार्टी करने आए थे। घटना वाले दिन शराब पीने के बाद खाना खाने जा रहे थे। नशे में थे, गाड़ी रोक कर रील बनाने लगे थे। हालांकि पुलिस पूछताछ में एक युवक बार-बार बयान बदल रहा है, जिससे दोनों की मंशा पर संदेह बढ़ गया है। थाना पुलिस के अलावा एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया और सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने भी दोपहर बाद थाने पर पहुंच कर दोनों युवकों से बारी-बारी से पूछताछ की है।
एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि अभी दोनों से पूछताछ की जा रही है। दोनों के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है। वह लोग क्यों रुक कर वीडियो बनाए थे। उनकी मंशा क्या थी। इसकी भी जांच की जा रही है। अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है।