मॉस्को। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि यूक्रेन युद्ध एक ऐसा संघर्ष है जिसे पश्चिम ने कीव जरिए छेड़ा है। तास समाचार एजेंसी के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने जोर देकर कहा कि रूस इस छद्म युद्ध के सामने एकजुट है। लावरोव ने कहा, “जीत जरूरी है। वे कोई दूसरी भाषा नहीं समझते और जीत हमारी होगी, इसमें कोई संदेह नहीं। हम वास्तव में उस युद्ध के खिलाफ एकजुट हैं जिसे पश्चिम ने यूक्रेन के माध्यम से छेड़ा है।”
रूसी विदेश मंत्री ने संयुक्त राज्य अमेरिका की आलोचना की और उस पर यूक्रेन और गाजा सहित वैश्विक संघर्षों को और बदतर करने का आरोप लगाया। लावरोव ने कहा, “अमेरिका ने खुद को ‘समस्या समाधानकर्ता’ के रूप में पेश कर दुनिया भर में संकटों को और बढ़ा दिया। जहां भी पश्चिम मुख्य ‘समस्या समाधानकर्ता’ के रूप में शामिल होता है, वहां स्थिति बिगड़ती है – लाखों लोग पीड़ित होते हैं, तबाही होती है और सामाजिक-आर्थिक समस्याएं पैदा होती हैं। यूक्रेन और फिलिस्तीनी-इजरायल संघर्ष में हम यही देख रहे हैं।” उन्होंने कुर्स्क क्षेत्र में रूसी नागरिकों के खिलाफ हमलों पर संयुक्त राष्ट्र की चुप्पी की आलोचना की। यहां यूक्रेनी बलों ने कथित तौर पर पश्चिमी देशों से सप्लाई किए गए हथियारों का उपयोग करके आवासीय क्षेत्रों को निशाना बनाया।
रूसी विदेश मंत्री ने कहा, “आतंकवादी ग्रुप कुर्स्क क्षेत्र पर आधुनिक पश्चिमी हथियारों से रोजाना हमला कर रहे हैं। फिर भी, मैंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव सहित यूएन के अन्य मानवाधिकार प्रतिनिधियों की तरफ से कुछ भी नहीं सुना।” इसके अलावा, लावरोव ने नाटो और यूरोपीय संघ के साथ जुड़े पूर्वी यूरोपीय देशों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पश्चिमी सहयोगी उन पर पूरी तरह भरोसा नहीं करते। उन्होंने कहा, “पूर्वी यूरोपीय देशों को यह समझना चाहिए कि नाटो और यूरोपीय संघ में उनके ‘आकाओं’ को उन पर भरोसा नहीं है। उन्हें कभी भी महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय भूमिकाएं नहीं दी जाएंगी।”