उच्च रक्तचाप रोगियों का और सामान्य लोगों का तांबे के बर्तन में रात का भरा पानी पीने से पेट ठीक से साफ होता है।
वायु के प्रकोप को कम करने के लिए आधा तोला मेथी के बीज पानी के साथ निगल लें।
कब्ज होने पर सर्वप्रथम इसे दूर करें क्योंकि कब्ज कई बीमारियों की जड़ है। इसके लिये ईसबगोल गर्म दूध के साथ लें या हरड़ का चूर्ण एक चम्मच पानी के साथ लें।
चाय, कॉफी का सेवन कम से कम करें। चाय कभी खाली पेट न लें। जब भी लें, बिस्कुट के साथ ही लें।
सुबह आधा नींबू का रस एक गिलास पानी में डालकर एक बड़ा चम्मच शहद मिलाकर पियें। इससे शरीर को ताकत भी मिलती है और मोटे लोगों को वजन कम करने में मदद भी।
बच्चों और बूढ़ों को सर्दी के दिनों में देखरेख की विशेष आवश्यकता होती है। उनकी पूरी हिफाजत करनी चाहिये। ऊनी वस्त्र पहनने के बाद उन्हें बाहर निकलने दें।
सर्दी, खांसी, जुकाम से बचने के लिए तुलसी के पत्ते, काली मिर्च, अदरक की चाय पीनी चाहिए।
खाना खाने के बाद भुनी हुई सौंफ खानी चाहिए।
लम्बी आयु हेतु भोजन को चबा कर खाना चाहिए। भोजन की मात्रा आवश्यकता से कम ही खाएं ।
सुबह शाम लम्बी सैर करने का पूरा प्रयास करें जिससे शरीर चुस्त बना रहेगा। सुबह कुछ ताजी हवा मिल सकती है, बाकी सारा दिन प्रदूषण ही प्रदूषण चारों तरफ फैला रहता है विशेषकर बड़े शहरों में।
स्वयं को किसी गंदी आदत का आदी न बनायें जैसे – पान, शराब, नशा आदि। इनके स्थान पर लौंग, इलायची, सौंफ इत्यादि चीजों का सेवन करें जो स्वास्थ्य के लिये गुणकारी होते हैं।
– नीतू गुप्ता