नोएडा। किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा का तीसरे दिन भी धरना ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर जारी रहा। 28 नवंबर से यह धरना यमुना प्राधिकरण पर चलेगा। 2 दिसंबर को अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली कूच करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल विभिन्न किसान संगठन इसकी तैयारी में जुटे हुए हैं।
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संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉक्टर रुपेश वर्मा, सुखबीर खलीफा, पवन खटाना, सोरन प्रधान, डॉ विकास, सुनील फौजी, अनिल तालान, अंशुमान ठाकुर, हरवीर नागर, जितेंद्र भाटी सहित अन्य किसान नेताओं ने बताया कि किसान आंदोलन के दबाव के कारण केंद्र सरकार ने तीन काले कानून वापस लिए थे। अब संयुक्त किसान मोर्चा के सभी 10 घटक संगठनों ने 10 फीसदी आबादी प्लाट, नये भूमि अधिग्रहण कानून के सभी लाभों को लागू करने एवं हाई पावर कमेटी द्वारा दी गई सकारात्मक सिफारिशों को तुरंत लागू करने की मांग को दोहराते हुए यह धरना शुरू किया है। उन्होंने बताया कि यह धरना 28 तारीख को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से चलकर यमुना प्राधिकरण पर पहुंचेगा।
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यमुना प्राधिकरण पर महापड़ाव 1 दिसंबर तक रहेगा। 2 दिसंबर को दिल्ली कूच की तैयारी चल रही है। किसान नेताओं ने कहा कि यह लड़ाई अब आर-पार की है। इस बार जीत कर ही दम लेंगे। सरकार के पास 1 दिसंबर तक का वक्त है। सरकार इस पर फैसला ले। 10 फीसदी आबादी प्लाट का मसला वर्षों से लंबित है। सुप्रीम कोर्ट हाई कोर्ट के आधे आदेश 64 परसेंट मुआवजा को मान लिया गया जबकि 10 फीसदी के प्लाट के लाभ से किसानों को आज तक वंचित रखा गया है। यह किसानों के साथ नाइंसाफी व वादा खिलाफी है। जब तक जिले में अन्याय कायम है शांति संभव नहीं है। मुद्दा साढ़े तीन लाख किसानों से संबंधित है।